क्या सीएम भजनलाल शर्मा को हटाने का षड्यंत्र हो रहा है? अशोक गहलोत का बयान

Key Takeaways
- अशोक गहलोत ने सीएम भजनलाल शर्मा को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- राजस्थान में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई है।
- भाजपा के भीतर आंतरिक साजिशों का आरोप लगाया गया है।
जोधपुर, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के अनुभवी नेता अशोक गहलोत ने सीएम भजनलाल शर्मा के संबंध में एक गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा को हटाने के लिए एक बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है और इसकी योजना पहले से बनाई जा चुकी है।
अशोक गहलोत ने बुधवार को यह दावा किया, "हम विपक्ष में हैं और इसी कारण से हम जनता के हित में आवाज उठाते हैं, लेकिन वे इसे केवल राजनीतिक आलोचना मानते हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री के खिलाफ दिल्ली में उनकी पार्टी के भीतर तथा यहां राजस्थान में आंतरिक साजिशें चल रही हैं। उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने का षड्यंत्र चल रहा है और वे इसे नहीं समझ पा रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "वे (भजनलाल शर्मा) पहली बार विधायक बने और फिर उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया गया। यह एक महत्वपूर्ण बात है और भाजपा को अपने निर्णय पर स्थिर रहना चाहिए, बार-बार मुख्यमंत्री बदलने से क्या लाभ है? प्रदेश में स्थिति गंभीर है और जनता परेशान है। भाजपा को बताना चाहिए कि वर्तमान में राजस्थान की स्थिति क्या है।"
गहलोत ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भी राजस्थान सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "फ्रांस की एक महिला का बलात्कार हुआ है और हाल ही में अमेरिका ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें बताया गया है कि भारत के 6 राज्यों में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। मैंने मुख्यमंत्री को इस बारे में चेतावनी दी कि इस घटना के कारण राजस्थान का नाम उन राज्यों की सूची में न आ जाए। यही सच्चाई मैंने उन्हें बताई, लेकिन उन्हें यह आलोचना लग रही है।"
गहलोत ने भाजपा पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि यदि कोई पश्चिम बंगाल में रहता है, तो ये लोग उन्हें बांग्लादेशी बताने लगते हैं। यदि वह मुसलमान है, तो उसे निशाना बनाकर बांग्लादेशी बता देते हैं। उनकी बातों से लोग भड़क जाते हैं और आपस में लड़ाई करते हैं। कांग्रेस ने कभी भी हिंदू-मुसलमान के नाम पर हिंसा का समर्थन नहीं किया है। हिंदू-मुसलमान के नाम पर हिंसा हो जाए, लेकिन वे केवल हिंदू-मुसलमान का ही ढोल पीटते रहते हैं।