क्या 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण है? : भूपेंद्र यादव

सारांश
Key Takeaways
- प्रकृति का संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है।
- वृक्षारोपण से पर्यावरण में सुधार होता है।
- हर व्यक्ति की भागीदारी आवश्यक है।
- सरकार द्वारा इस अभियान का समर्थन किया जा रहा है।
- धरती माता की रक्षा सभी का कर्तव्य है।
टोंक, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने रविवार को राजस्थान के टोंक जिले के डिग्गी में आयोजित एक सभा में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ किया गया यह अभियान प्रकृति एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। दो माताओं का हम पर अहसान है - एक वह जो हमें जन्म देती है और दूसरी धरती माता, जो हमें पालती है।
भूपेंद्र यादव ने उल्लेख किया कि भले ही दुनिया ने कितनी तरक्की कर ली हो, लेकिन कोई भी कारखाना अनाज नहीं उगाता। धरती माता ही हमारे लिए बिजली, वाहन और अन्य संसाधनों का आधार है, चाहे वह पानी, हवा, सूरज की रोशनी या यूरेनियम हो।
उन्होंने कहा कि दवाइयों और जीवन की हर आवश्यक चीज के लिए प्रकृति पर निर्भरता है, इसलिए इसे बचाना हमारी जिम्मेदारी है। आज भारत दुनिया का सबसे सुरक्षित देश है।
मीडिया से बातचीत में, केंद्रीय मंत्री ने स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पेड़ लगाना आवश्यक है और प्रत्येक व्यक्ति को 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान में भाग लेना चाहिए।
उन्होंने 'हरियालो राजस्थान' जैसे प्रयासों को भी महत्वपूर्ण बताया, जो धरती को हरा-भरा बनाने में मदद करते हैं। भूपेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जीएसटी दरों को 10 से 15 प्रतिशत तक घटाकर आम लोगों का जीवन आसान किया है।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है।
केंद्रीय मंत्री ने राजस्थान की पिछली सरकार पर जल जीवन मिशन में घोटाले का आरोप लगाया और कहा कि वर्तमान सरकार घर-घर जल और नल पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने 21वीं सदी के भारत के लिए शिक्षा और युवाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता बताई। भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 'खेलो इंडिया' और शिक्षा के विस्तार जैसे कार्यक्रमों के जरिए युवाओं को सशक्त बनाने का कार्य किया है।
पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए, भूपेंद्र यादव ने रासायनिक खादों के अत्यधिक उपयोग पर चिंता व्यक्त की, जिससे धरती जहरीली और बंजर हो रही है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए सरकार जनता के साथ मिलकर काम कर रही है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं और 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान को सफल बनाने में योगदान दें।