क्या खरीदार और विक्रेता सभी नए जीएसटी सुधारों से संतुष्ट हैं? : त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा

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क्या खरीदार और विक्रेता सभी नए जीएसटी सुधारों से संतुष्ट हैं? : त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा

सारांश

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने जीएसटी सुधारों पर अपने विचार साझा किए हैं। उनका कहना है कि खरीदार और विक्रेता दोनों ही इन सुधारों से खुश हैं। आइए जानते हैं कि ये सुधार किस प्रकार से भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं।

Key Takeaways

  • खरीदार और विक्रेता दोनों जीएसटी सुधारों से खुश हैं।
  • भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर मजबूत हुई है।
  • जीएसटी ने करों की जटिलता को कम किया है।
  • नई स्लैब प्रणाली से कीमतों में कमी आई है।
  • प्रधानमंत्री का नेतृत्व महत्वपूर्ण है।

अगरतला, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बुधवार को कहा कि खरीदार से लेकर विक्रेता तक सभी नए जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) सुधारों से संतुष्ट हैं।

त्रिपुरा के प्रमुख व्यापारिक केंद्र महाराजगंज बाजार में जीएसटी सुधारों पर एक अभियान में भाग लेते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग वस्तुओं, विशेषकर बुनियादी और आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में कमी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद कर रहे हैं।

साहा ने कहा, "भविष्य में भारत अर्थव्यवस्था के मामले में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बन सकता है।" उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए जीएसटी सुधारों की घोषणा की, जो २२ सितंबर से लागू हो गए हैं।

साहा ने कहा, "मैंने इस नई प्रणाली के कार्यान्वयन की जांच के लिए राज्य के सबसे बड़े महाराजगंज बाजार का दौरा किया। मैंने व्यापारियों और खरीदारों, दोनों से बात की और प्रधानमंत्री द्वारा किए गए कार्यों पर उनकी प्रतिक्रियाएं जानीं। यह स्पष्ट था कि वस्तुओं की कीमतों में कमी से खुशी का माहौल था। इसके लिए लोगों ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।"

मुख्यमंत्री ने यह भी याद दिलाया कि पहले कई तरह के कर लगते थे। उन्होंने कहा, "जब सामान कारखाने से निकलता था, तो टैक्स देना पड़ता था। रोड टैक्स, वैट और एक राज्य से दूसरे राज्य में सामान ले जाने पर अतिरिक्त कर लगते थे। जब इन सबको मिला दिया गया, तो जीएसटी लागू हुआ, लेकिन शुरुआत में इस पर काफी हंगामा हुआ।"

जीएसटी को अब पांच स्लैब से घटाकर दो स्लैब कर दिए जाने का उल्लेख करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर सुधार शुरू किया था, तो विपक्ष ने कहा था कि देश बर्बाद हो जाएगा और अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी।

उन्होंने आगे कहा, "लेकिन अंत में, हमने देखा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक स्तर पर ११वें स्थान से चौथे स्थान पर आ गई है। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री 2047 तक एक विकसित भारत बनाने की बात कर रहे हैं। 2050 या उसके बाद, भारत दुनिया की सबसे अच्छी अर्थव्यवस्था बन सकता है।"

Point of View

यह स्पष्ट है कि जीएसटी सुधारों ने भारतीय अर्थव्यवस्था में एक सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य किया है। ये सुधार न केवल व्यापारियों के लिए बल्कि आम नागरिकों के लिए भी लाभकारी साबित हो रहे हैं।
NationPress
24/09/2025

Frequently Asked Questions

जीएसटी क्या है?
जीएसटी का मतलब वस्तु एवं सेवा कर है, जो सभी प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं पर लगने वाला एक एकीकृत कर है।
जीएसटी के प्रमुख लाभ क्या हैं?
जीएसटी से करों की संख्या में कमी आई है, जिससे व्यापार में सरलता आई है और कीमतों में कमी आई है।
क्या जीएसटी से भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है?
जीएसटी लागू होने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर मजबूती मिली है और यह चौथे स्थान पर पहुंच गई है।
जीएसटी के तहत कर की स्लैब्स कैसे हैं?
जीएसटी में अब दो मुख्य स्लैब हैं, जो पहले पांच थे।
क्या जीएसटी से कीमतों में कमी आई है?
जीएसटी के कारण कई आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में कमी आई है, जिससे उपभोक्ताओं को फायदा हुआ है।