क्या मुख्यमंत्री मोहन यादव सचिवों और रोजगार सहायकों से माफी मांगेंगे? : जीतू पटवारी
सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए
- कांग्रेस सड़कों पर उतरने की चेतावनी
- सरपंच सम्मेलन में मुख्यतः मुख्यमंत्री और मंत्री शामिल हुए
- दिल्ली धमाके की जांच की मांग
- नवसृजन प्रशिक्षण शिविर का महत्व
भोपाल, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों के संबंध में दिए गए बयान पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए, और यदि ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस सड़क पर उतरकर विरोध करेगी।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि राजधानी में सरपंच सम्मेलन का आयोजन हुआ था। मुख्यमंत्री मोहन यादव और मंत्री पहलाद पटेल का इस कार्यक्रम में उपस्थित होना सराहनीय है, लेकिन मुख्यमंत्री का सचिवों और रोजगार सहायकों के प्रति अपमानजनक शब्दों का उपयोग करना अत्यंत निंदनीय है।
पटवारी ने कहा कि यह ग्राम स्वराज की भावना का अपमान है। मुख्यमंत्री को इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। जो लोग गांवों में विकास कार्य कर रहे हैं, उन्हें अपमानित करना शर्मनाक है। सचिवों और रोजगार सहायकों को इस अपमान के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
दिल्ली में सोमवार शाम को कार में हुए धमाके की घटना की भी निंदा की गई। उन्होंने केंद्र सरकार से जांच की मांग की, और कहा कि सरकार, सेना, इंटेलिजेंस एजेंसियां और दिल्ली पुलिस इस घटना की जांच करें तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
कांग्रेस के नवसृजन प्रशिक्षण शिविर की चर्चा करते हुए पटवारी ने कहा कि इस शिविर में संगठन की कार्यशैली और नई रणनीति पर गहन मंथन हुआ है। जिलाध्यक्षों के प्रशिक्षण के बाद अब मंडल और ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे। संगठन को नई दिशा देने के लिए सोच और शैली में बदलाव आवश्यक है।
एसआईआर के मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी कांग्रेस पार्टी, जो एक देशभक्त पार्टी है, अपनी जिम्मेदारियों का पूरी तरह निर्वहन करेगी। जनता के अधिकारों और संवैधानिक संस्थाओं की रक्षा करना ही कांग्रेस का धर्म है।