क्या मुस्लिम मतदाता सीएम नीतीश कुमार के साथ हैं? : राजीव रंजन

सारांश
Key Takeaways
- मुस्लिम मतदाता का समर्थन नीतीश कुमार के साथ है।
- नीतीश कुमार की शांति नीति ने बिहार में स्थिति को स्थिर रखा है।
- जदयू ने चुनावी तैयारियों के लिए 26 टीमें बनाई हैं।
- राजीव रंजन ने विपक्ष की आलोचना की है।
- बैठक में 175 अल्पसंख्यक नेताओं की उपस्थिति रही।
पटना, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रदेश कार्यालय में रविवार को जदयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस पर जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मुस्लिम मतदाता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ खड़े हैं।
राजीव रंजन ने स्पष्ट किया कि मुस्लिम मतदाता हमेशा से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन में रहे हैं। उनका कहना था कि यह संबंध केवल राजनीति का नहीं, बल्कि अमन-चैन और भरोसे का है।
राजीव रंजन ने जोर देकर कहा कि पिछले 20 वर्षों में नीतीश कुमार ने बिहार में शांति और सौहार्द का उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनके नेतृत्व में राज्य में न तो दंगे हुए हैं और न ही कर्फ्यू जैसी स्थिति बनी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीति का लक्ष्य लोगों की जिंदगी को खुशहाल बनाना, रोजगार उपलब्ध कराना और समाज की समस्याओं का समाधान करना है।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए जदयू प्रवक्ता ने कहा कि विरोधी दल केवल झूठे वादे कर सकते हैं। नीतीश सरकार ने अपने कार्यों के माध्यम से जनता का विश्वास जीता है। उन्होंने भागलपुर दंगों और लालू प्रसाद यादव के शासन का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय दंगाइयों को संरक्षण मिला था। जनता के कल्याण के लिए कोई कार्यक्रम नहीं चलाया गया था। नीतीश कुमार के आने के बाद स्थिति बदली और शांति स्थापित हुई। हमारी उपलब्धियों का कोई जवाब विपक्ष के पास नहीं है।
राजीव रंजन ने बताया कि बैठक में राज्य के 175 महत्वपूर्ण अल्पसंख्यक नेताओं की उपस्थिति रही। जदयू ने चुनावी तैयारियों के लिए 26 टीमें बनाई हैं, जो विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जाकर जनता को राज्य सरकार की उपलब्धियों और नीतीश कुमार की सेकुलर छवि से अवगत कराएंगी।
उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यक मतदाता जदयू के पक्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और नीतीश कुमार के नेतृत्व में पुनः सरकार बनेगी।
राजीव रंजन ने एसआईआर की फाइनल रिपोर्ट को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब सभी आंकड़े जनता के सामने हैं। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सब कुछ हुआ है। विपक्ष यह साबित नहीं कर पाया कि एसआईआर की प्रक्रिया में कोई अनियमितता है।