क्या विकास के दम पर नीतीश कुमार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे?: रामनाथ ठाकुर

सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार का नेतृत्व बिहार में विकास का प्रतीक है।
- अति पिछड़ा वर्ग को मजबूत करना आवश्यक है।
- एनडीए के लिए चुनावी तैयारी जोरों पर है।
- जनता विकास कार्यों को ध्यान में रखेगी।
- राजनीतिक दलों के सम्मेलन का असर चुनाव पर पड़ेगा।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर एनडीए में शामिल राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी को और तेज कर दिया है। केंद्रीय राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने कहा कि चुनाव का बिगुल बजते ही वे चुनावी मैदान में उतरेंगे।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि मैं अस्वस्थ होने के बावजूद भी चुनावी मैदान में उतरूंगा और एनडीए के विपक्षी दलों से मुकाबला करूंगा। ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में महत्वपूर्ण विकास हुआ है। जनता इस विकास पर मुहर लगाएगी और एक बार फिर नीतीश कुमार ही बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि जदयू की रीढ़ अति पिछड़ा वर्ग है। इसे मजबूत बनाए रखना अनिवार्य है। इसी मजबूती के चलते नीतीश कुमार 2025 में सत्ता में वापसी करेंगे। समस्या कुछ नहीं है, बस इस समर्थन को बनाए रखना होगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर ने कहा कि दो महीने पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जन नायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय के लिए कैबिनेट से मंजूरी दिलाई। प्रधानमंत्री ने 4 अक्टूबर को इसका उद्घाटन किया। मैं अपनी ओर से, अपने परिवार की ओर से, पूरे समाज और भारत के पिछड़े एवं दलित समुदायों की ओर से प्रधानमंत्री और नीतीश कुमार को बधाई देता हूं।
ठाकुर ने कहा कि हमें भारत की प्रगति के लिए प्रधानमंत्री द्वारा किए गए विकास कार्यों को याद रखना चाहिए। इस विकास और भारत की प्रगति को देखते हुए देश के लोगों को प्रधानमंत्री के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहिए।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर का नाम लेने पर कटाक्ष किया, इस पर ठाकुर ने कहा कि अब बीती बातों को याद करने से कोई लाभ नहीं है। 2014 से एनडीए गठबंधन में हैं। पुरानी बातों को उछालने से कुछ हासिल नहीं होगा। पीएम मोदी ने देश के विकास के लिए काम किया है। विकास को याद करना चाहिए।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी कर्पूरी ठाकुर की स्मृति में अति पिछड़ा सम्मेलन का आयोजन किया था। इस पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि सभी पार्टियां सम्मेलन करेंगी और याद करेंगी, लेकिन 90 के बाद से राजद का अति पिछड़ा वर्ग के प्रति रवैया सब जानते हैं। अभी तो पार्टियां आएंगी, सम्मेलन होंगे, लेकिन जनता याद करेगी कि नीतीश कुमार ने अति पिछड़ों के लिए वास्तविक काम किया है।