क्या पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करना उचित है? : केसी त्यागी

सारांश
Key Takeaways
- केसी त्यागी का पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी पर कड़ा रुख।
- लोकतंत्र में भाषा की मर्यादा का उल्लंघन।
- बिहार में कांग्रेस की बढ़ती स्थिति।
- राजद की वर्तमान राजनीतिक स्थिति का आकलन।
नई दिल्ली, 30 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने बिहार में चल रही वोटर अधिकार यात्रा के दौरान हाल ही में दरभंगा में पीएम मोदी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ भाषा की मर्यादा का उल्लंघन करना बेहद शर्मनाक है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में जदयू नेता ने कहा कि यह लोकतंत्र की भाषा नहीं है। आप हमसे असहमत हो सकते हैं, आप चुनाव में हमें हरा भी सकते हैं, लेकिन पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना एक निंदनीय कृत्य है। आप किस प्रकार की भाषा का उपयोग कर रहे हैं?
उनके अनुसार, संसदीय लोकतंत्र के 75 वर्षों में ऐसा पहली बार हो रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 'वोटर अधिकार यात्रा' को 'घुसपैठिये बचाओ यात्रा' कहने पर केसी त्यागी ने कहा कि मतदाता सूचियों में कुछ नाम दोहरे हैं और ऐसी रिपोर्टें हैं कि इनमें विदेशी और पड़ोसी देशों के मतदाता भी शामिल हैं। अमित शाह केवल इसी ओर इशारा कर रहे हैं और इसमें गलत क्या है?
जब बिहार की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी राजद पर सवाल उठाया गया, तो केसी त्यागी ने कहा कि राजद प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव ऐतिहासिक भूल कर रहे हैं। बिहार में कांग्रेस ने बढ़त ले ली है।
उन्होंने कहा कि बिहार में जो कांग्रेस चाहती थी, वही हो रहा है। राजद को इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को ऊपर नहीं रखा, बल्कि केवल उपयोग किया। लालू यादव और उनके बेटे ऐतिहासिक गलतियाँ कर रहे हैं।
बता दें कि बिहार में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा जारी है। 1 सितंबर को पटना के गांधी मैदान में एक जनसभा के साथ ही इस यात्रा का समापन होगा।