क्या 'वोटर अधिकार यात्रा' में केवल 'इच्छाधारी' नेता शामिल हैं? राहुल और तेजस्वी सिर्फ झूठ बोल रहे हैं: शाहनवाज हुसैन

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
- शाहनवाज हुसैन ने इसे झूठ पर आधारित बताया।
- प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा में बड़ी भीड़ ने एनडीए की ताकत को दर्शाया।
- राजद के विधायकों के पीएम मोदी के मंच पर दिखने से राजद की स्थिति पर सवाल उठते हैं।
- विपक्ष की सरकार बनाने की कोशिशें विफल हो रही हैं।
पटना, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और बिहार के पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि इस यात्रा में केवल वो इच्छाधारी नेता शामिल हो रहे हैं, जिन्हें चुनाव में टिकट चाहिए। उन्होंने पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यात्रा में शामिल गठबंधन के दल आपस में ही पोस्टर और बैनर फाड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव केवल झूठ पर आधारित बातें कर रहे हैं। यह यात्रा पूरी तरह विफल हो रही है। शुक्रवार को गयाजी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में जुटी भीड़ ने संकेत दिया है कि इस बार एनडीए की सरकार दो तिहाई बहुमत से बनेगी। इस बार तेजस्वी यादव को विपक्ष के नेता का दर्जा भी नहीं मिलने वाला है।
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घुसपैठियों को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि भारत में कई लोग गरीबी रेखा के नीचे रहते हैं, हमें उनकी चिंता है। अगर हमारे लोग अमेरिका में अवैध रूप से थे, तो उन्हें वापस भेजा गया है। हमने भी कई अवैध रूप से रहने वाले लोगों को वापस भेजा है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जो बांग्लादेशी हैं, वे हमारे देश में मेहमान तो नहीं हैं? जो भारत से सही कागजात लेकर आएगा, उसे कोई दिक्कत नहीं है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो भी भारत का नागरिक है, उसकी पूजा पद्धति कुछ भी हो, उसे कोई दिक्कत नहीं है। बांग्लादेशियों के लिए यहाँ कोई स्थान नहीं है। इसी बीच, राजद के दो विधायकों के प्रधानमंत्री मोदी के मंच पर दिखने पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि अभी तो यह शुरुआत है। राजद में पतझड़ लगने वाला है। सब बिछड़ेंगे बारी-बारी। राजद के सरकार बनाने के दावे को लेकर उन्होंने कहा कि वे लोग हमेशा यह कहते हैं।
पिछली बार भी सरकार बनाने की बात कर रहे थे, लेकिन सफल नहीं हो पाए। झूठ पर आधारित बात करने से क्या होने वाला है?