क्या तरुण चुघ ने राहुल गांधी से पूछा, 'क्या अपने नेताओं को हिंदू धर्म पर हमले का खुला लाइसेंस दिया है?'
सारांश
Key Takeaways
- तरुण चुघ ने राहुल गांधी से हिंदू धर्म पर हमले का लाइसेंस देने का सवाल उठाया।
- कांग्रेस पर विदेशी एजेंडे का आरोप लगाया गया।
- समाज में धार्मिक घृणा फैलाने का मुद्दा उठाया गया।
- कांग्रेस के नेताओं के विवादास्पद बयानों का जिक्र किया गया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी का हवाला दिया गया।
नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने आरोप लगाया है कि इंडी गठबंधन और कांग्रेस के भ्रष्ट युवाओं का समूह खुलकर भारत, भारतीयता, सनातन और देवी-देवताओं का अपमान करने के लिए एक विदेशी एजेंडे पर काम कर रहा है। चुघ ने इसे केवल बयानबाजी नहीं, बल्कि विदेशी मालिकों से मिली 'सुपारी राजनीति' करार दिया।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का देवताओं पर विवादित बयान और हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का सनातन धर्म का मजाक उड़ाना कांग्रेस की मानसिकता का असली चेहरा उजागर करता है। उन्होंने कहा कि देश की जनता ऐसे अपमान का जवाब देना जानती है।
चुघ ने यह भी सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस का उद्देश्य केवल हिंदू धर्म का अपमान करना और समाज में धार्मिक घृणा फैलाना रह गया है? क्या यह पार्टी की सुविचारित रणनीति का हिस्सा बन चुका है? एक ओर तेलंगाना के कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी देवी-देवताओं का मजाक उड़ाते हैं, दूसरी ओर हिमाचल के मुख्यमंत्री सुक्खू बच्चों की धार्मिक अभिव्यक्ति पर रोक लगाने की बात करते हैं। क्या राहुल गांधी ने अपने मुख्यमंत्रियों को हिंदू धर्म पर हमले का खुला लाइसेंस दे दिया है?
चुघ ने कहा कि जब तेलंगाना में एआईएमआईएम नेता ने अपमानजनक बयान दिया, तब भी कांग्रेस ने जुबली हिल्स चुनाव में उसे समर्थन दिया और कोई कार्रवाई नहीं की। रेवंत रेड्डी ने पहले ही कहा था कि कांग्रेस का मतलब मुसलमान और मुसलमान का मतलब कांग्रेस है, यही कांग्रेस की वोट-बैंक मानसिकता है।
उन्होंने याद दिलाया कि राहुल गांधी खुद भगवानों की फोटो लेकर घूमते रहे, लेकिन ईश्वर के नाम पर शपथ नहीं ली। डीएमके, जो कांग्रेस की साझेदार है, ने 'सनातन धर्म का समूल नाश' नामक सम्मेलन किया था, कांग्रेस ने इस पर भी चुप्पी साध रखी।
भाजपा नेता तरुण चुघ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि कांग्रेस 'मुस्लिम लीग माओवादी' बनती जा रही है। संस्थानों का अपमान, संसद की गरिमा गिराना, हिंदू धर्म के प्रति घृणा फैलाना, यह सब अर्बन नक्सल मानसिकता की पुष्टि करता है। जब मौलाना मदनी ने जिहाद पर बयान दिया, तब कांग्रेस नेता इमरान मसूद उसकी व्याख्या लेकर सामने आए। यही इमरान मसूद पहले प्रधानमंत्री पर हिंसक टिप्पणी कर चुके हैं और बाद में कांग्रेस सांसद बने।