क्या लखनऊ में 'ब्रेकिंग बैरियर्स' सम्मेलन ने महिला उद्यमिता को नया दिशा दी?

Click to start listening
क्या लखनऊ में 'ब्रेकिंग बैरियर्स' सम्मेलन ने महिला उद्यमिता को नया दिशा दी?

सारांश

लखनऊ में आयोजित 'ब्रेकिंग बैरियर्स' सम्मेलन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 14 महिला उद्यमियों को सम्मानित किया। सम्मेलन में महिला सशक्तिकरण एवं सामाजिक समावेशन पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए। जानिए इस सम्मेलन के मुख्य बिंदुओं के बारे में।

Key Takeaways

  • महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन देने का महत्व।
  • ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति संवेदनशीलता।
  • समाज में सामाजिक समावेशन की आवश्यकता।
  • महिलाओं के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी।
  • सकारात्मक परिवर्तन के लिए शिक्षा और प्रशिक्षण का महत्व।

लखनऊ, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को राजधानी लखनऊ में इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित 'ब्रेकिंग बैरियर्स: वीमेन इन लीडरशिप एंड एंटरप्रेन्योरशिप' विषयक सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रही 14 महिला उद्यमियों को सम्मानित किया और महिला सशक्तिकरण, सामाजिक समावेशन तथा समावेशी भारत के निर्माण पर विस्तृत विचार साझा किए।

राज्यपाल ने महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि आज महिलाएं सभी बाधाओं को पार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि केवल उन्हें जागरूक करने और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की आवश्यकता है। वह दिन दूर नहीं जब देश के सर्वोच्च पदों पर महिलाएं ही दिखाई देंगी। राज्यपाल ने ग्रामीण पृष्ठभूमि की उन महिलाओं को भी सम्मानित किए जाने की आवश्यकता जताई जो सीमित संसाधनों के बावजूद नवाचार और परिश्रम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला रही हैं। साथ ही उन्होंने उद्यमियों से आग्रह किया कि वे ट्रांसजेंडर समुदाय को रोजगार व प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर उनके आत्मनिर्भरता के मार्ग को प्रशस्त करें।

राज्यपाल ने कहा कि ट्रांसजेंडर बच्चों को भी प्रेम, शिक्षा और समान अवसर दिए जाएं, तभी सच्चे अर्थों में 'समावेशी और सशक्त भारत' का निर्माण संभव है। उन्होंने समाज में व्याप्त पूर्वाग्रहों पर चिंता जताते हुए कहा कि यदि किसी ट्रांसजेंडर शिशु को परिवार अस्वीकार करता है, तो उसे अन्य बच्चों की भांति अनाथालय में समानता के साथ रहने और पढ़ने का अवसर मिलना चाहिए। सम्मेलन में राज्यपाल ने अपनी विभिन्न पहलों का भी उल्लेख किया, जिनमें आंगनबाड़ियों को विश्वविद्यालयों से जोड़ना, 'केजी टू पीजी' मॉडल और एचपीवी वैक्सीन के लिए बेटियों को गोद लेने की अपील शामिल थी।

उन्होंने बताया कि अब तक 35,000 से अधिक आंगनबाड़ियों में विश्वविद्यालयों और समाज के सहयोग से शिक्षा व पोषण किट भेजी जा चुकी हैं। साथ ही, उन्होंने आग्रह किया कि प्रत्येक व्यक्ति एक बच्ची को गोद लेकर उसका एचपीवी वैक्सीनेशन सुनिश्चित करे। राज्यपाल ने नशा विरोधी अभियान, आतंकवाद से लड़ाई और युवाओं के संवाद की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए समाज के हर वर्ग से जागरूकता और सहभागिता की अपील की। उन्होंने कहा कि योजनाएं तभी सफल होंगी जब उनका वास्तविक लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।

उत्तर प्रदेश सरकार के उद्यान, कृषि एवं विपणन मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने राज्यपाल के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में अनेक सामाजिक बाधाओं को पार करते हुए प्रेरक मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि अब महिलाओं के आगे बढ़ने में कोई बैरियर शेष नहीं है। प्रसिद्ध लोकगायिका और पद्मश्री सम्मानित मालिनी अवस्थी ने राज्यपाल को 'नारी शक्ति की जीवंत मिसाल' बताते हुए कहा कि उन्होंने न केवल शिक्षा, राजनीति और सामाजिक कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिया, बल्कि महिला सशक्तिकरण का सशक्त मॉडल प्रस्तुत किया है।

Point of View

बल्कि समाज में समानता और समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी वर्गों की महिलाएं समान अवसर प्राप्त करें।
NationPress
21/10/2025

Frequently Asked Questions

इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना और महिला सशक्तिकरण पर चर्चा करना था।
राज्यपाल ने किसे सम्मानित किया?
राज्यपाल ने 14 महिला उद्यमियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया।
ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए क्या सुझाव दिए गए?
राज्यपाल ने ट्रांसजेंडर समुदाय को रोजगार और प्रशिक्षण देने की आवश्यकता पर बल दिया।