क्या लखनऊ के पीजीआई इलाके में महिला की हत्या हुई?

सारांश
Key Takeaways
- महिला की हत्या के पीछे की वजह लूटपाट हो सकती है।
- निखिल की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
- पुलिस ने जांच में तेजी लाई है।
- सीसीटीवी फुटेज में निखिल की गतिविधियाँ संदिग्ध हैं।
- मामले का खुलासा जल्द करने का आश्वासन दिया गया है।
लखनऊ, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र में स्थित बाबूखेड़ा गांव में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई, जहां अज्ञात लोगों ने 42 वर्षीय रेनू यादव के सिर पर लोहे की रॉड और सिलेंडर से वार कर उनकी हत्या कर दी। इस घटना के बाद से महिला का बड़ा बेटा निखिल मौके से गायब है, जिससे उसकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।
मृतका के पति रमेश यादव ने पुलिस को बताया कि रेनू यादव शुक्रवार दोपहर अपने मायके से लौटकर आई थीं। घर पर छोटे बेटे नितिन ने दरवाजा खोला।
कुछ समय बाद, निखिल ने अपने पिता रमेश यादव को फोन कर बताया कि कुछ लोग मां को मार रहे हैं और उसे भी मारने की कोशिश कर रहे हैं। जब रमेश घर पहुंचे, तो उन्होंने अपनी पत्नी को खून से लथपथ मृत पाया। घर का सामान बिखरा हुआ था और अलमारी से कुछ कैश और जेवरात भी गायब थे, जिससे लूटपाट की आशंका जताई जा रही है।
रमेश यादव ने यह भी बताया कि सुबह उनके पास दो धमकी भरे फोन आए थे। फोन करने वाले ने कहा कि उनके बेटे निखिल ने 2,600 रुपए का लोन लिया है, जिसे न चुकाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई थी।
पुलिस के आला अधिकारी और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और कई टीमों का गठन कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की एक टीम निखिल की तलाश में जुटी है, जिसके पकड़ में आने के बाद ही हत्या की गुत्थी सुलझने की उम्मीद है।
पुलिस जांच में एक अहम सुराग हाथ लगा है। घर के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में निखिल मोटरसाइकिल पर बैग लेकर आराम से जाता दिखाई दे रहा है, जो उसके दिए गए बयान पर संदेह पैदा करता है।
साउथ डीसीपी निपुण अग्रवाल ने बताया कि हम लोगों को जैसे ही हत्या की सूचना मिली, सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। मृतका के पति रमेश यादव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।