क्या महाराष्ट्र के किसानों की हालत गंभीर है? कर्ज माफ करे प्रदेश सरकार: सुप्रिया सुले

सारांश
Key Takeaways
- किसानों का कर्ज माफ होना आवश्यक है।
- सरकार को किसानों की समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए।
- चुनाव प्रक्रिया में निष्पक्षता का होना आवश्यक है।
- भारत-पाकिस्तान संबंधों पर गंभीर विचार किए जाने चाहिए।
- आंदोलन की चेतावनी दी गई है यदि किसानों की मांगें पूरी नहीं होतीं।
नासिक, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र की वर्तमान स्थिति, किसानों की समस्याओं और भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर सरकार के रुख पर कड़ा प्रहार किया है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था। यदि सरकार ऐसा नहीं करती, तो हमें आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
सुप्रिया सुले ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज महाराष्ट्र के किसानों की हालत गंभीर है। बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन अब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि वे सही समय पर ऐसा करेंगे। मैं सरकार से निवेदन करती हूं कि यही सही समय है। किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए। यदि सरकार ऐसा नहीं करती, तो हमें आंदोलन करना पड़ेगा।
उन्होंने चुनाव आयोग और चुनाव प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। सुले ने कहा कि देश में वोट चोरी हो रही है। हम चुनाव हार सकते हैं, लेकिन कॉपी करके पास होना कोई मजा नहीं है। चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए। इसी कारण हम चुनाव आयोग जा रहे हैं, और यदि वहां न्याय नहीं मिला, तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। यह लोकतंत्र है, बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान है। यह मेहनत करने वालों का देश है, कॉपी करने वालों का नहीं।
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार का कहना है कि जब तक आतंकवाद खत्म नहीं होगा, तब तक पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी। ब्लड और वॉटर एक साथ नहीं बह सकते - यह सरकार का स्टैंड रहा है। यदि बातचीत नहीं हो रही है, तो क्रिकेट मैच कैसे हो सकता है? मुझे लगता है कि शहीदों का अपमान हुआ है। ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, पानी आप बंद कर रहे हैं, कारोबार तक नहीं हो रहा है। इस सब के बावजूद खेल हो रहा है। यह बड़े दुख की बात है।