क्या जोधपुर में मारवाड़ महोत्सव 2025 ने राजस्थानी संस्कृति की झलक दिखाई?

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क्या जोधपुर में मारवाड़ महोत्सव 2025 ने राजस्थानी संस्कृति की झलक दिखाई?

सारांश

जोधपुर में ‘मारवाड़ महोत्सव 2025’ की शुरुआत हुई है, जो राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को दर्शाता है। इस महोत्सव में हेरिटेज वॉक से लेकर लोक नृत्य और हस्तशिल्प मेला तक अनेक कार्यक्रम होंगे, जो स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा को उजागर करेंगे।

Key Takeaways

  • मारवाड़ महोत्सव 2025 का आयोजन जोधपुर में हुआ।
  • यह महोत्सव राजस्थानी संस्कृति का अद्वितीय प्रदर्शन है।
  • हेरिटेज वॉक में बीएसएफ के ऊंट दस्ते ने भाग लिया।
  • स्थानीय कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
  • जिला प्रशासन ने आयोजन के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।

जोधपुर, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर जोधपुर एक बार फिर अपनी गौरवशाली परंपराओं को प्रदर्शित करने के लिए तैयार है। जोधपुर को नीला शहर और सूर्य नगरी के नाम से भी जाना जाता है। जोधपुर में सोमवार को ‘मारवाड़ महोत्सव 2025’ का शानदार आगाज हुआ।

पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित यह दो दिवसीय महोत्सव राजस्थान की समृद्ध लोक कला, संस्कृति और रंग-बिरंगी परंपराओं को दुनिया के सामने लाएगा।

महोत्सव के पहले दिन जोधपुर के प्रसिद्ध घंटाघर से एक भव्य हेरिटेज वॉक निकाली गई। इस वॉक में बीएसएफ के ऊंट दस्ते, स्कूली छात्र-छात्राओं और स्थानीय लोगों ने केसरिया साफा पहनकर उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। हेरिटेज वॉक घंटाघर से शुरू होकर उम्मेद स्टेडियम तक पहुंची, जहां इसे समाप्त किया गया। इस दौरान सड़कों पर राजस्थानी संस्कृति की झलक देखने को मिली।

मारवाड़ महोत्सव के तहत दो दिनों तक विभिन्न आयोजन होंगे। इनमें लोक नृत्य, लोक गीत, मूंछ प्रतियोगिता, साफा बांधने की प्रतियोगिता, पतंगबाजी और हस्तशिल्प मेला शामिल हैं। इसके अलावा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी होगा, जिसमें स्थानीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। ये आयोजन जोधपुर की जीवंत परंपराओं और संस्कृति को जीवंत रूप में पेश करेंगे।

बीएसएफ कमांडेंट घेवर राम ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि मारवाड़ महोत्सव जैसे आयोजन राजस्थानी परंपराओं और लोक संस्कृति को जीवंत रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के ऊंट दस्ते को इस महोत्सव में अपनी सहभागिता का अवसर मिलना गर्व की बात है।

स्थानीय कलाकार सोनू जांगिड़ ने उत्साह जताते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से राजस्थान की समृद्ध संस्कृति को देश-दुनिया तक पहुंचाने का मौका मिलता है। उन्होंने इसे एक खास अवसर बताया और कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से नई पीढ़ी को अपनी विरासत से जुड़ने का मौका मिलता है।

महोत्सव में शामिल होने के लिए शहरवासियों और पर्यटकों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। जिला प्रशासन ने सभी आयोजनों को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि ऐसे आयोजन न केवल स्थानीय संस्कृति को जीवित रखने में मदद करते हैं, बल्कि पूरे देश में सांस्कृतिक एकता और विविधता को भी बढ़ावा देते हैं। जोधपुर का मारवाड़ महोत्सव इसकी उत्कृष्टता का एक उदाहरण है।
NationPress
06/10/2025

Frequently Asked Questions

मारवाड़ महोत्सव 2025 कब शुरू हुआ?
मारवाड़ महोत्सव 2025 का आगाज 6 अक्टूबर 2023 को जोधपुर में हुआ।
इस महोत्सव में कौन-कौन से कार्यक्रम होंगे?
इस महोत्सव में लोक नृत्य, लोक गीत, मूंछ प्रतियोगिता, साफा बांधने की प्रतियोगिता, पतंगबाजी और हस्तशिल्प मेला शामिल हैं।
हेरिटेज वॉक का आयोजन कहाँ से शुरू हुआ?
हेरिटेज वॉक जोधपुर के प्रसिद्ध घंटाघर से शुरू होकर उम्मेद स्टेडियम तक पहुंची।