क्या नागालैंड के राज्यपाल एल गणेशन का निधन एक बड़ा नुकसान है?

सारांश
Key Takeaways
- एल गणेशन का निधन भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण क्षण है।
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी ने उनके योगदान को याद किया।
- उन्होंने तमिलनाडु में भाजपा के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उनका सामाजिक जीवन आरएसएस से शुरू हुआ था।
- जनकल्याण के लिए उनका समर्पण हमेशा याद किया जाएगा।
नई दिल्ली, 15 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। नागालैंड के राज्यपाल एल गणेशन का शुक्रवार शाम चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। उनकी उम्र 80 वर्ष थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, "नागालैंड के राज्यपाल एल गणेशन के निधन से अत्यंत दुखी हूं। उन्होंने राज्यसभा सदस्य और मणिपुर व पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने जनकल्याण के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। तमिलनाडु और देश के विकास में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। मैं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, "नागालैंड के राज्यपाल एल गणेशन के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ। उन्हें एक समर्पित राष्ट्रवादी के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने अपना जीवन सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित किया। उन्होंने तमिलनाडु में भाजपा का विस्तार करने के लिए मेहनत की। तमिल संस्कृति के प्रति उनका गहरा लगाव था। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा, "नागालैंड के राज्यपाल एल गणेशन के निधन से मुझे अत्यंत दुःख हुआ। तमिलनाडु के भाजपा नेता गणेशन ने आपातकाल के दौरान राष्ट्र के लिए अमूल्य योगदान दिया। उन्हें पार्टी के विस्तार, विचारधारा के प्रसार और राज्यपाल के रूप में जनता की सेवा के प्रति समर्पण के लिए याद किया जाएगा। मैं उनके अनुयायियों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।"
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने एक्स पर लिखा, "नागालैंड के राज्यपाल एल. गणेशन के निधन से अत्यंत दुखी हूं। उन्होंने जनता के कल्याण के लिए अथक परिश्रम किया और तमिलनाडु में भाजपा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण और सेवा को सदैव याद रखा जाएगा। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार, मित्रों और शुभचिंतकों के प्रति हार्दिक संवेदना।"
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक्स पर लिखा, "नागालैंड के राज्यपाल एल गणेशन के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ। एक समर्पित राष्ट्रवादी नेता के तौर पर उन्होंने अपना जीवन जनसेवा, राष्ट्र निर्माण और तमिलनाडु में भाजपा को मजबूत करने के लिए समर्पित कर दिया। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना।"
1945 में तमिलनाडु के तंजावुर जिले में जन्मे एल गणेशन ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के माध्यम से अपने सामाजिक जीवन की शुरुआत की थी। अपने संगठनात्मक कौशल और पार्टी के प्रति अटूट निष्ठा के लिए जाने जाने वाले एल गणेशन तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष बने और बाद में राज्यसभा में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। तमिलनाडु में भाजपा का आधार बढ़ाने के लिए वह पार्टी में शामिल हुए, जिसके बाद उन्होंने प्रदेश संगठन महासचिव, प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर पार्टी के लिए कार्य किया।