क्या नर्मदापुरम में एंबुलेंस का भीषण सड़क हादसा हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- नर्मदापुरम में एंबुलेंस का भीषण सड़क हादसा हुआ।
- तीन महिलाओं और एक नवजात की जान गई।
- चालक गंभीर रूप से घायल हुआ।
- पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन आवश्यक है।
नर्मदापुरम, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के पिपरिया थाना क्षेत्र से एक दुखद समाचार सामने आया है। पिपरिया से सर्रा की दिशा में जा रही एक एंबुलेंस अचानक अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकरा गई, जिससे तीन महिलाओं और एक नवजात की जान चली गई। इस दर्दनाक हादसे में एंबुलेंस के चालक को भी गंभीर चोटें आई हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह एंबुलेंस एक प्रसूता को डिलीवरी के बाद घर पहुंचाने के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते में वाहन नियंत्रण खो बैठा और सड़क किनारे एक पेड़ से टकरा गया।
इस हादसे में मौके पर ही दो महिलाओं और एक नवजात की मृत्यु हो गई, जबकि एक अन्य महिला ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। एंबुलेंस का चालक भी गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसे तुरंत 108 एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल ले जाया गया।
हादसे की सूचना मिलते ही पिपरिया थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। इस घटना से गांव में गहरा शोक छा गया है।
पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस दुर्घटना का कारण क्या है। तेज रफ्तार और चालक के वाहन पर नियंत्रण खोने की संभावना इस हादसे के पीछे हो सकती है।
गौरतलब है कि 19 जून को मध्य प्रदेश के राजगढ़ में भी एक भयानक सड़क दुर्घटना हुई थी। राजगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक और गंभीर हादसे में चार लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे थे, जबकि पांच अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।
मृतकों में दो बच्चे और दो वयस्क शामिल थे। बताया गया कि चालक को नींद की झपकी आ गई थी, जिससे यह दुर्घटना हुई।
कार सवार सभी लोग उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से अयोध्या होते हुए सूरत जा रहे थे। कार में कुल नौ लोग सवार थे। पचोर के राष्ट्रीय राजमार्ग पर चालक की झपकी आने के कारण वाहन अनियंत्रित हो गया और डिवाइडर से टकरा गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
इस हादसे में दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य दो ने शाजापुर जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।