क्या नया कानून स्वागत योग्य है? अपराधियों का शासन चलाना संविधान के खिलाफ : अरुण भारती

सारांश
Key Takeaways
- नया कानून अपराधियों को जनप्रतिनिधि बनने से रोकता है।
- अरुण भारती ने राजनीतिक नैतिकता की आवश्यकता पर जोर दिया।
- दिल्ली में राजनीतिक हमले चिंता का विषय हैं।
- बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकारी सहायता का महत्व।
- राहुल गांधी के आरोपों पर संदेह।
पटना, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद अरुण भारती ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कई मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए।
उन्होंने नए कानून का स्वागत करते हुए कहा कि यदि कोई जनप्रतिनिधि 5 साल की सजा पाता है या 30 दिन से अधिक जेल में रहता है, तो उसे स्वतः पद से हटा दिया जाएगा।
उदाहरण देते हुए उन्होंने अरविंद केजरीवाल का नाम लिया और कहा कि जेल से सरकार चलाना न तो उचित है और न ही बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान के अनुरूप। कोई अपराधी, जिसे कोर्ट दोषी ठहराए, सरकार नहीं चला सकता। यह कानून स्वागत योग्य है और हमारी पार्टी इसका समर्थन करती है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले पर अरुण भारती ने चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा, "जनप्रतिनिधियों पर इस तरह के हमले चिंताजनक हैं। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा बढ़ाई जाए। ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं।"
उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन पर अरुण भारती ने कहा कि विपक्ष अपना उम्मीदवार उतारेगा, लेकिन उन्हें भरोसा है कि एनडीए का उम्मीदवार बड़े अंतर से जीतकर भारत का उपराष्ट्रपति बनेगा।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बाढ़ पीड़ितों को सहायता देने की घोषणा पर भारती ने कहा कि यह कदम स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा, "प्राकृतिक आपदा में सरकार और पार्टी की ओर से मदद सही दिशा में है।"
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), ‘चिराग का भरोसा’ कार्यक्रम शुरू कर रही है, जिसके तहत बाढ़ पीड़ितों को राशन, दवाइयां, मेडिकल कैंप और फसल नुकसान की भरपाई के लिए राहत दी जाएगी।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा पर अरुण भारती ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र चुनाव को लेकर उनकी याचिका को पहले हाई कोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया।
भारती ने कहा, "राहुल गांधी को अपने आरोपों की सत्यता साबित करनी चाहिए। कोर्ट ने उनकी याचिकाएं खारिज कीं, जो साबित करता है कि उनके दावे झूठे हैं। बिहार में वह लोगों को भ्रमित कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "राहुल, तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और तेजस्वी, राहुल को प्रधानमंत्री। अगर ऐसा है, तो इंडिया गठबंधन में औपचारिक घोषणा क्यों नहीं करते? दोनों आपस में ज्यादा सीटों के लिए खींचतान कर रहे हैं।"
उन्होंने तेजस्वी से सवाल किया कि उनके शासनकाल में हुए अपराधों का क्या हुआ, जिनका कोई नतीजा नहीं निकला। उन्होंने कहा, "तेजस्वी के लोग ही अपराधों में शामिल रहे हैं। सरकार अपराधियों को सजा दिलाने के लिए काम कर रही है।"