क्या नेपाल में कुदरत का कहर बरसा? भारी बारिश से भूस्खलन में 14 लोगों की जान चली गई

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क्या नेपाल में कुदरत का कहर बरसा? भारी बारिश से भूस्खलन में 14 लोगों की जान चली गई

सारांश

नेपाल में भारी बारिश के कारण भूस्खलन से 14 लोगों की जान चली गई है, जो कि एक गंभीर स्थिति है। जानें कैसे यह प्राकृतिक आपदा प्रभावित कर रही है।

Key Takeaways

  • नेपाल में भूस्खलन की घटनाएँ बढ़ रही हैं।
  • भारी बारिश के कारण 14 लोगों की जान गई है।
  • सरकार ने यात्रा पर प्रतिबंध लगाए हैं।

नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस) । भारत के पड़ोसी देश नेपाल में कुदरत का कहर देखने को मिला है। लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएँ सामने आई हैं, जिसमें अब तक 14 लोगों की जान गई है।

शुक्रवार से जारी भारी बारिश के चलते विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन, बाढ़ और जलभराव जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। सबसे अधिक मौतें दार्जिलिंग सीमा से सटे इलाम जिले में हुईं।

इलाम के मुख्य जिला अधिकारी सुनीता नेपाल ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि शनिवार को भूस्खलन के दौरान तीन मकान ढह गए और मृतकों की संख्या 14 हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि भूस्खलन में कई घरों को भी नुकसान हुआ है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। इलाम जिला प्रशासन कार्यालय ने भूस्खलन और बाढ़ से हुए नुकसान का विस्तृत विवरण मांगा है।

सुनीता नेपाल ने यह भी कहा कि भूस्खलन के कारण इलाम को दक्षिणी झापा जिले से जोड़ने वाला मेची राजमार्ग भी कई स्थानों पर अवरुद्ध हो गया है। जल विज्ञान एवं मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शुक्रवार से भारी बारिश जारी थी, लेकिन रविवार सुबह स्थिति में थोड़ी सुधार देखा गया।

रविवार को जारी एक नोटिस में, मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि अधिकांश जिलों में बारिश कम हुई है और काठमांडू घाटी के ललितपुर जिले में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। विभाग ने यह भी बताया कि काठमांडू, मोरंग, सुनसरी, उदयपुर, सप्तरी, सिराहा, धनुषा, सरलाही, सिंधुली और रामेछाप जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो रही है।

विभाग ने रविवार दोपहर और रात को पूर्वी कोशी प्रांत के पहाड़ी जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। भूस्खलन के कारण कई राजमार्ग को भी नुकसान पहुंचा है, जिससे आवाजाही बाधित हो गई है।

नेपाल सरकार ने काठमांडू घाटी में आने-जाने वाले वाहनों के प्रवेश और निकास पर प्रतिबंध जारी रखा है। मेट्रोपॉलिटन ट्रैफिक पुलिस डिवीजन के अनुसार, घाटी को जोड़ने वाले प्रमुख राजमार्ग, पृथ्वी राजमार्ग, बीपी राजमार्ग, और अरानिको राजमार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो गए हैं।

इस बीच, देश की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने एक वीडियो संदेश जारी कर नागरिकों से निवेदन किया है कि वे घर के अंदर रहें और जब तक अत्यावश्यक न हो, यात्रा से बचें। उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा का आश्वासन भी दिया है।

-- राष्ट्र प्रेस

केके/वीसी

Point of View

NationPress
05/10/2025

Frequently Asked Questions

नेपाल में भूस्खलन के कारण क्या हैं?
नेपाल में भूस्खलन के प्रमुख कारण लगातार बारिश हैं, जो मिट्टी को कमजोर कर देती हैं।
क्या भूस्खलन से नुकसान की भरपाई संभव है?
भूस्खलन से हुए नुकसान की भरपाई में समय लगेगा, लेकिन सरकार और स्थानीय प्रशासन सहायता प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या काठमांडू घाटी में यात्रा सुरक्षित है?
वर्तमान में काठमांडू घाटी में यात्रा करना सुरक्षित नहीं है, क्योंकि कई राजमार्ग अवरुद्ध हैं।