क्या पिछले 5 वर्षों में नाइलिट को 493 करोड़ रुपए से अधिक आवंटित किया गया और 43 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया?

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क्या पिछले 5 वर्षों में नाइलिट को 493 करोड़ रुपए से अधिक आवंटित किया गया और 43 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया?

सारांश

केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने संसद में जानकारी दी कि नाइलिट को पिछले पांच वर्षों में 493 करोड़ रुपए से अधिक का आवंटन हुआ है, जिसके तहत 43 लाख से अधिक युवाओं को कौशल विकास में प्रशिक्षित किया गया है। यह आंकड़ा भारत में कौशल विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम दर्शाता है।

Key Takeaways

  • 493 करोड़ रुपए का आवंटन नाइलिट को किया गया है।
  • 43 लाख से अधिक युवाओं को कौशल विकास में प्रशिक्षित किया गया है।
  • नाइलिट इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
  • 56 नाइलिट केंद्र वर्तमान में कार्यरत हैं।
  • प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान ने 6.39 करोड़ लोगों को डिजिटल साक्षरता प्रदान की है।

नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस) । केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने संसद में जानकारी दी कि भारत में कौशल विकास को प्रोत्साहित करने हेतु, सरकार ने पिछले पांच वर्षों में राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (नाइलिट) को 493 करोड़ रुपए से अधिक का आवंटन किया है।

लोकसभा में एक लिखित उत्तर में राज्य मंत्री प्रसाद ने बताया कि नाइलिट के माध्यम से पूरे देश में 43 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है।

नाइलिट, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन कौशल विकास हेतु एक स्वायत्त वैज्ञानिक संस्था है।

राज्य मंत्री प्रसाद ने कहा, "2020-21 से नाइलिट के लिए 493 करोड़ रुपए से अधिक की राशि आवंटित की गई है। सबसे अधिक राशि 2024-25 में आवंटित की गई, जो 1,53,08,52,398 रुपए थी।"

उन्होंने आगे बताया, "इसकी तुलना में, 2023-24 में 1,45,38,07,249 रुपए आवंटित किए गए थे।"

राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान में, 56 नाइलिट केंद्र कार्यरत हैं। इन केंद्रों के साथ 797 मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण भागीदार (एटीपी) हैं और देश भर में 9,275 सुविधा केंद्र नाइलिट से जुड़े हुए हैं।

प्रसाद ने कहा, "नाइलिट ने विभिन्न डिग्री/डिप्लोमा स्तर के पाठ्यक्रमों और कौशल आधारित पाठ्यक्रमों (दीर्घकालिक और अल्पकालिक) के अंतर्गत कुल 43,60,759 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित किया है।"

इस बीच, सरकार ने प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान (पीएमजीदिशा) के तहत अपने डिजिटल साक्षरता लक्ष्य को भी पार कर लिया है। इस कार्यक्रम ने 2017 और 2024 के बीच 6.39 करोड़ लोगों को डिजिटल साक्षरता प्रदान की है, जो मूल लक्ष्य 6 करोड़ से अधिक है। योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्टफोन के उपयोग, इंटरनेट की पहुंच और डिजिटल जुड़ाव को बढ़ावा देना है।

ग्रामीण परिवारों के इन व्यक्तियों को मोबाइल फोन पर संदेश भेजने और फाइल अटैच करने आदि का प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम के तहत लाभार्थियों की सबसे बड़ी संख्या 1.45 करोड़ उत्तर प्रदेश में थी। इसके बाद बिहार में 74.12 लाख, महाराष्ट्र में 53.23 लाख, मध्य प्रदेश में 50.69 लाख और राजस्थान में 39.70 लाख लाभार्थी रहे।

पीएमजीदिशा योजना के लाभार्थियों में क्षेत्रीय स्तर के सरकारी अधिकारी, जैसे आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ता और अधिकृत राशन डीलर भी शामिल थे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारत में कौशल विकास के लिए सरकार की पहल आवश्यक है। नाइलिट को दिए गए वित्तीय आवंटन और युवाओं को मिले प्रशिक्षण से यह साबित होता है कि सरकार अपने वादों को निभाने में गंभीर है।
NationPress
01/08/2025

Frequently Asked Questions

नाइलिट किस प्रकार की संस्था है?
नाइलिट एक स्वायत्त वैज्ञानिक संस्था है जो इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन कौशल विकास के लिए काम करती है।
कितने युवाओं को नाइलिट के तहत प्रशिक्षित किया गया है?
नाइलिट के तहत देश भर में 43 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है।
सरकार ने नाइलिट के लिए कितनी राशि आवंटित की है?
सरकार ने पिछले पांच वर्षों में नाइलिट को 493 करोड़ रुपए से अधिक की राशि आवंटित की है।
पीएमजीदिशा योजना का उद्देश्य क्या है?
पीएमजीदिशा योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना है।
नाइलिट के कितने केंद्र कार्यरत हैं?
वर्तमान में 56 नाइलिट केंद्र कार्यरत हैं।