क्या पीएम मोदी की कनाडा के साथ बातचीत भारत की ऐतिहासिक जीत है?

सारांश
Key Takeaways
- भारत और कनाडा के बीच हाई कमिश्नर की बहाली।
- वीजा सेवाओं का पुनः आरंभ।
- भारत की वैश्विक स्थिति में सुधार।
- कनाडा के पीएम द्वारा आमंत्रण का महत्व।
- भारत की संप्रभुता की रक्षा।
नई दिल्ली, १८ जून (राष्ट्रीय प्रेस)। भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के बीच हुई मुलाकात को भारत की ऐतिहासिक जीत बताया है।
उन्होंने कहा कि इस मुलाकात में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें दोनों देशों के बीच हाई कमिश्नर की बहाली और वीजा सेवाओं को फिर से शुरू करना शामिल है। यह पिछले ३० वर्षों में भारत की सबसे बड़ी कूटनीतिक सफलता है। यह मुलाकात दर्शाती है कि आज भारत वैश्विक मंच पर कितनी मजबूत स्थिति में है। अब भारत यह तय करता है कि उसे दुनिया के किन देशों के साथ बातचीत करनी है और किनके साथ नहीं।
उन्होंने पीएम मोदी की ताकत की सराहना करते हुए कहा कि कनाडा के प्रधानमंत्री ने स्वयं उन्हें आमंत्रित किया, जो भारत की बढ़ती वैश्विक हैसियत को दर्शाता है। आज भारत आर्थिक और राष्ट्रीय ताकत के मामले में दुनिया में तीसरे-चौथे स्थान पर है। पीएम मोदी ने भारतीयों के सम्मान को सर्वोच्च रखा और देश को राजनीति से ऊपर प्राथमिकता दी। पीएम मोदी के लिए देश पहले है, बाकी सब बाद में। यह निर्णय विशेष रूप से कनाडा में रहने वाले भारतीयों के लिए बड़ी खुशखबरी है।
उन्होंने कहा कि यह कदम भारत की संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करता है, क्योंकि अब कनाडा भारत के फैसलों पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा।
मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस उपलब्धि के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि यह न केवल भारत में रहने वाले लोगों के लिए, बल्कि दुनिया भर में बसे भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है। यह मुलाकात भारत के वैश्विक नेतृत्व और ताकत को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।