क्या पीएम मोदी ने कनाडा की विदेश मंत्री से व्यापार और कृषि में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की?

सारांश
Key Takeaways
- व्यापार और कृषि में सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों ने मिलकर योजना बनाई।
- एनर्जी के क्षेत्र में सहयोग पर जोर दिया गया।
- कनाडा और भारत के बीच रिश्तों को और मजबूत बनाने का प्रयास।
- सुरक्षा संवाद बनाए रखने की आवश्यकता।
- वैश्विक आर्थिक अस्थिरता के समय मजबूत साझेदारी का महत्व।
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से सोमवार को महत्वपूर्ण मुलाकात की। इस बैठक में व्यापार, टेक्नोलॉजी, एनर्जी, कृषि और पारस्परिक विकास के लिए लोगों के बीच आदान-प्रदान में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई।
पीएम मोदी ने इस बैठक की जानकारी साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद, आपका स्वागत है। उनके साथ दोनों देशों के बीच व्यापार, टेक्नोलॉजी, एनर्जी, कृषि और पारस्परिक विकास में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई।"
अनीता आनंद ने इस मीटिंग के बारे में सोशल मीडिया पर लिखा कि मैंने आज सुबह नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस गर्मी में जी7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की प्रधानमंत्री मोदी से हुई मुलाकात के बाद, कनाडा और भारत अपने देशों के बीच संबंधों को मजबूती दे रहे हैं, साथ ही कानून प्रवर्तन और सुरक्षा संवाद को बनाए रखते हुए और अपने आर्थिक संबंधों का विस्तार कर रहे हैं।
इसके अलावा, विज्ञान भवन में कनाडा की विदेश मंत्री ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से भी बातचीत की।
बैठक के बारे में पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच लोगों के संबंधों को मजबूत करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता जानकर मुझे बहुत खुशी हुई।
हमारी चर्चा एनर्जी, टेक्नोलॉजी और फूड सिक्योरिटी के क्षेत्र में सहयोग पर केंद्रित रही। इसके साथ ही, विश्वास और सम्मान पर आधारित लाभकारी व्यापार, निवेश और आर्थिक संबंधों को पुनर्जीवित करने के लिए भारत की तत्परता पर भी जोर दिया गया।
इससे पहले, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी उनकी मुलाकात हुई और इसके बाद एक साझा बयान जारी किया गया।
बयान में कहा गया कि दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर रोडमेप तैयार किया गया है। दोनों मंत्रियों ने कहा कि वैश्विक आर्थिक अस्थिरता एवं तनाव के समय में मजबूत साझेदारी जरूरी है।