क्या प्रमोद भगत ने अबिया पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल में भारत के लिए 3 गोल्ड जीते?

सारांश
Key Takeaways
- प्रमोद भगत ने अबिया पैरा बैडमिंटन में 3 गोल्ड जीते।
- उनके साथी खिलाड़ी सुकांत कदम का समर्थन महत्वपूर्ण रहा।
- भारतीय शटलरों का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ता जा रहा है।
- प्रमोद की जीत से आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है।
- यह सफलता आगामी प्रतियोगिताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अबिया पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2025 में भारत के प्रमुख पैरा शटलर प्रमोद भगत ने अपनी शानदार प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने इस प्रतियोगिता में देश को 3 गोल्ड मेडल दिलाए हैं।
प्रमोद भगत ने अपने साथी मंटू कुमार को खिताबी मुकाबले में 21-7, 9-21, 21-9 से हराकर पुरुष एकल एसएल3 का खिताब जीता।
इसके बाद, उन्होंने सुकांत कदम के साथ मिलकर पुरुष युगल में पेरू के गेर्सन जेयर वर्गास लॉस्टौनौल और डायना रोजास गोलाक को सीधे सेटों में 21-13, 21-17 से हराकर एक और गोल्ड अपने नाम किया।
इसके अलावा, प्रमोद भगत ने मिश्रित युगल एसएल3-एसयू5 वर्ग में तीसरा स्वर्ण पदक जीता। यहां उन्होंने आरती पाटिल के साथ मिलकर रोमांचक फाइनल मुकाबले में जीत हासिल की।
भारत के लिए तीन गोल्ड जीतने के बाद भगत ने कहा, "हर जीत मुझे अपनी सीमाओं को और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती है। इस स्तर पर प्रतिस्पर्धा करना और भारत का नाम रोशन करना हमेशा खास होता है। मुझे अपने साथी खिलाड़ियों पर गर्व है।"
डबल्स में भगत के साथी सुकांत कदम ने भी उनके प्रदर्शन की सराहना की, "प्रमोद के साथ खेलना मुझे हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। कोर्ट पर हमारी समझ हर मैच के साथ और मजबूत होती गई है। यह जीत हमें आगामी प्रतियोगिताओं के लिए बहुत आत्मविश्वास देती है।"
भगत और कदम के उत्कृष्ट प्रदर्शन के अलावा, कई अन्य भारतीय शटलर ने विभिन्न श्रेणियों में अच्छा प्रदर्शन किया। रणजीत सिंह ने तीन ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। उनके अलावा, नुरुल हुसैन खान ने पुरुष एकल डब्ल्यूएच2 में सिल्वर जीता, जबकि उमा सरकार ने महिला एकल एसएल3 में सिल्वर अपने नाम किया। आरती पाटिल और उमा सरकार की जोड़ी ने महिला युगल एसएल3-एसयू5 में ब्रॉन्ज अपने नाम किया।
भारत के शीर्ष पैरा शटलर प्रमोद भगत का यह अद्भुत प्रदर्शन और भारत के पदकों की संख्या पैरा बैडमिंटन में देश के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है, जिससे आगामी अंतरराष्ट्रीय सत्र के लिए आत्मविश्वास से भरा एक शानदार माहौल तैयार होता है।