क्या प्राणायाम सिर्फ योगासन है, या यह स्वस्थ जीवन का मंत्र है?

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क्या प्राणायाम सिर्फ योगासन है, या यह स्वस्थ जीवन का मंत्र है?

सारांश

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में प्राणायाम एक वरदान के रूप में उभरा है, जो न केवल शरीर को तंदुरुस्त रखता है, बल्कि मानसिक शांति और एकाग्रता भी बढ़ाता है। जानें इसके फायदों के बारे में!

Key Takeaways

  • प्राणायाम से तनाव और चिंता में कमी आती है।
  • यह शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
  • सांसों पर ध्यान केंद्रित करने से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
  • रोजाना 10-15 मिनट का अभ्यास सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है।
  • प्राणायाम से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।

नई दिल्ली, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। आज की व्यस्त जीवनशैली में तनाव, थकान और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में योग, विशेषकर प्राणायाम, एक उपयोगी उपाय के रूप में उभरा है।

प्राणायाम केवल शरीर को तंदुरुस्त बनाए रखने का काम नहीं करता, बल्कि मानसिक शांति और एकाग्रता को भी बढ़ाता है।

अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, यह श्वसन रोगों, जैसे कि ब्रोंकियल अस्थमा के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। यह कैंसर और हृदय रोगों से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए भी सहायक सिद्ध हुआ है।

हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इसके प्रभावों को और बेहतर बनाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले शोध की आवश्यकता है।

प्राणायाम के नियमित अभ्यास से दिल की धड़कन और रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे हृदय पर दबाव कम होता है। यह सांस लेने की प्रक्रिया को संतुलित करता है, जिससे शरीर को पर्याप्त विश्राम मिलता है।

फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने में भी प्राणायाम का महत्वपूर्ण योगदान है। इससे फेफड़े अधिक ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं, जो शरीर के हर हिस्से तक ऊर्जा पहुंचाता है।

प्राणायाम करने से पाचन तंत्र को सुदृढ़ करने, इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में भी मदद मिलती है।

प्राणायाम करते समय ध्यान केवल अपनी सांसों पर केंद्रित करना चाहिए। यह एक प्रकार से ध्यानमानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।

विशेषज्ञ बताते हैं, “अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका और कपालभाति जैसे प्राणायाम तनाव कम करने और ध्यान बढ़ाने में प्रभावी हैं।” ये अभ्यास रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं, जिससे त्वचाचमक आती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अनिद्रा जैसी समस्याओं में भी प्राणायाम राहत प्रदान करता है।

आज के व्यस्त जीवन में, प्राणायाम एक सरल और प्रभावी उपाय है, जो हमें प्रकृति से जोड़ता है। रोजाना 10-15 मिनट का अभ्यास भी जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। आप भी सांसों की इस शक्ति को अपनाकर स्वस्थ, सुखी और संतुलित जीवन की ओर बढ़ें।

Point of View

हम सभी जानते हैं कि स्वस्थ जीवन के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों महत्वपूर्ण हैं। प्राणायाम एक ऐसा माध्यम है जो इन दोनों पहलुओं को जोड़ता है। यह न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है, बल्कि सामूहिक रूप से समाज के स्वास्थ्य में भी योगदान देता है।
NationPress
12/09/2025

Frequently Asked Questions

प्राणायाम क्या है?
प्राणायाम एक योग तकनीक है जिसमें सांसों के माध्यम से शरीर और मन को नियंत्रित किया जाता है।
प्राणायाम के फायदें क्या हैं?
प्राणायाम तनाव कम करने, मानसिक शांति बढ़ाने और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।