क्या प्रतुल शाहदेव ने उद्धव ठाकरे पर पलटवार किया?

सारांश
Key Takeaways
- प्रतुल शाहदेव ने उद्धव ठाकरे की देशभक्ति पर सवाल उठाया।
- सना मीर के विवादास्पद बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
- कश्मीर मुद्दे पर भारत का स्पष्ट रुख।
- राजनीति में नैतिकता और देशभक्ति का महत्व।
- सरकारी और राजनीतिक संवाद का सही उपयोग।
रांची, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। रांची में राष्ट्र प्रेस के साथ विशेष बातचीत में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने उद्धव ठाकरे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हमें उद्धव ठाकरे से देशभक्ति का पाठ सीखने की आवश्यकता नहीं है। इसके साथ ही, उन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेटर सना मीर के बारे में भी टिप्पणी की।
प्रतुल शाहदेव ने उद्धव ठाकरे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरे देश में उद्धव ठाकरे से बड़ा पलटने वाला नेता कोई नहीं है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे ठाकरे ने चुनाव बीजेपी के साथ लड़ा और केवल मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस के पाले में चले गए। शाहदेव ने कहा कि शायद ठाकरे भूल गए हैं कि यह वही कांग्रेस है, जिसके विरोध में ठाकरे के पिता ने शिवसेना की स्थापना की थी।
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि कांग्रेस के साथ खड़े होकर उद्धव ठाकरे ने अपने पिता के सपनों की हत्या की है। हमें ऐसे व्यक्ति से राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ने की आवश्यकता नहीं है।
वहीं, पाकिस्तान की पूर्व क्रिकेटर सना मीर द्वारा पीओके को आजाद कश्मीर कहने पर प्रतुल शाहदेव ने आपत्ति जताते हुए कहा कि यह केवल टीआरपी का खेल है। अपने आपको स्थापित करने के लिए कि मैं देशभक्त पाकिस्तानी हूं, ऐसी ओछी और घटिया मानसिकता वाली बयानबाजी की जा रही है। शाहदेव ने कहा कि अब हम भी बलूचिस्तान और पीओके को लेकर उनके क्रिकेट मैचों के दौरान बोलने लगे हैं कि बलूचिस्तान में क्या हो रहा है, पाक अधिकृत कश्मीर में क्या हो रहा है, तो फिर ये लोग कहां जाएंगे? यह तो केवल अपनी गलती छिपाने का एक तरीका है।
प्रतुल शाहदेव ने कहा कि भारत को आईसीसी के नियमों के तहत पाकिस्तान के साथ मैच खेलना पड़ा था, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के गृह मंत्री से ट्रॉफी स्वीकार नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान के किसी मंत्री से कुछ लेना-देना होगा तो वह केवल कश्मीर के मुद्दे पर ही होगा। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भारत के हिस्से का कश्मीर कभी भी पाकिस्तान को नहीं दिया जाएगा।