क्या भाजपा के इशारे पर चुनाव आयोग काम कर रहा है? प्रियंका चतुर्वेदी के आरोप

सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
- भाजपा के इशारे पर काम करने का दावा
- मतदाता सूची में नाम हटाने की प्रक्रिया पर सवाल
- भारत को अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करनी चाहिए
- अमेरिकी टैरिफ का भारत पर प्रभाव
मुंबई, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव को ईपीआईसी मामले में दूसरी बार नोटिस जारी करने पर शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के इशारे पर चुनाव आयोग काम कर रहा है।
गुरुवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग पर कई सवाल उठ रहे हैं, खासकर मतदाता सूची से नाम हटाने और जोड़ने की प्रक्रिया को लेकर।
चतुर्वेदी ने कहा, "तेजस्वी यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य केवल अपनी स्थिति स्पष्ट करना नहीं था, बल्कि यह उजागर करना था कि कैसे मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं, जिसके कई उदाहरण सामने आए हैं। चुनाव आयोग एक कॉम्प्रोमाइज्ड इंस्टीट्यूशन बन चुका है, जो भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है और विपक्ष को निशाना बना रहा है।"
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा पर राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे कड़ा राजनीतिक पूर्वाग्रह से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि ट्रंप रूस के साथ व्यापार करने वाले अन्य देशों, जैसे तुर्की, यूएई, सऊदी अरब, और कतर को नजरअंदाज करते हुए भारत को चुन-चुनकर निशाना बना रहे हैं, जो भारत को अलग-थलग करने या व्यापार समझौतों के लिए दबाव बनाने की कोशिश का संकेत देता है।
चतुर्वेदी ने कहा कि भारत को अपने राष्ट्रीय हितों और संप्रभुता से समझौता नहीं करना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया, "भारत को जवाबी टैरिफ जैसे कदमों पर विचार करना चाहिए, और सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह अमेरिका पर प्रतिकारी टैरिफ लगाने की योजना बना रही है।"
उन्होंने पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर की अमेरिका यात्रा का जिक्र करते हुए सवाल उठाया कि अमेरिका भारत के साथ व्यापारिक तनाव बढ़ा रहा है, जबकि पाकिस्तान को रियायतें दी जा रही हैं, जो भारत के हितों के खिलाफ है।