रात में खाना खाने के बाद कौन सी चीजें नहीं करनी चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- रात का खाना हल्का और सुपाच्य होना चाहिए।
- खाने के बाद गुनगुना पानी पीना फायदेमंद है।
- खाने के तुरंत बाद लेटना नहीं चाहिए।
- हल्का टहलना पाचन के लिए अच्छा है।
- सोने से पहले कम से कम दो घंटे का समय दें।
नई दिल्ली, 2 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। रात का खाना हमारे शरीर के लिए आवश्यक है, लेकिन खाना खाने के बाद हमें कुछ काम नहीं करने चाहिए। आयुर्वेद में बताया गया है कि खाना खाने के बाद कुछ बातें ध्यान में रखनी जरूरी हैं। ये काम न केवल पाचन पर असर डालते हैं, बल्कि अगली सुबह भी हमें प्रभावित कर सकते हैं।
कई लोग खाना खाने के तुरंत बाद लेट जाते हैं या मोबाइल का उपयोग करने लगते हैं, जिससे पाचन में समस्या आती है। खाना खाने के तुरंत बाद लेटना एक बड़ी गलती है, क्योंकि इससे पाचन रस ऊपर चढ़ जाता है, जिससे गैस, एसिडिटी या जलन की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसी तरह, टीवी या मोबाइल की नीली रोशनी मेलाटोनिन हार्मोन के स्तर को कम कर देती है, जिससे नींद में बाधा आती है।
खाने के बाद ठंडा पानी पीना भी हानिकारक होता है, क्योंकि यह पाचन अग्नि को कमजोर कर देता है। इसके बजाय, गुनगुना पानी पीना अधिक अच्छा होता है।
कई लोग खाने के बाद फल या कॉफी-चाय लेते हैं, लेकिन ये भी पाचन को प्रभावित करते हैं और गैस बनाने का कारण बनते हैं। कॉफी और चाय में मौजूद कैफीन नींद को प्रभावित करती है और पेट में जलन बढ़ाती है। भोजन के तुरंत बाद भारी व्यायाम या योग करना भी उचित नहीं है, क्योंकि इससे पाचन अंगों पर दबाव पड़ता है।
धूम्रपान या शराब पीने से पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। इसके अलावा, बहुत तंग कपड़े पहनने या खाने के तुरंत बाद स्नान करने से भी पाचन की गति धीमी हो जाती है। खाना खाने के बाद बहुत अधिक बोलना या हंसना भी गैस और हिचकी का कारण बन सकता है।
खाना खाने के बाद हल्का टहलना यानी लगभग 100 कदम चलना आयुर्वेद में सर्वोत्तम बताया गया है। दांत और जीभ को साफ करना न भूलें, इससे मुँह की दुर्गंध और बैक्टीरिया से बचाव होता है। रात का खाना हमेशा हल्का, गर्म और सुपाच्य होना चाहिए, जैसे खिचड़ी, मूंग दाल या सूप। सोने से कम से कम दो घंटे पहले खाना खत्म कर लेना चाहिए ताकि पाचन ठीक से हो सके।