क्या सबरीमाला सोना चोरी मामले में टीडीबी के पूर्व अध्यक्ष पद्मकुमार गिरफ्तार हुए?
सारांश
Key Takeaways
- पद्मकुमार की गिरफ्तारी से मामले में नया मोड़ आया है।
- इस मामले में कुल छह लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
- जांच में सुरागों की तलाश जारी है।
- पद्मकुमार का कार्यकाल 1991-96 तक रहा था।
- विजिलेंस ने संस्थागत भागीदारी का इशारा दिया है।
तिरुवनंतपुरम, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर से कथित तौर पर सोने की चोरी के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) ने त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) के पूर्व अध्यक्ष पद्मकुमार को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के साथ इस मामले में आरोपित लोगों की संख्या छह हो गई है।
एसआईटी ने पद्मकुमार से कई घंटे पूछताछ की, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई। वे 1991-96 तक कोन्नी विधानसभा क्षेत्र से सीपीआई (एम) के विधायक रह चुके हैं।
उन्हें आरोपित किया गया है कि 2019 में जब वे अध्यक्ष थे, तब उन्होंने सबरीमाला गर्भगृह के चारों ओर कट्टिलप्पाडी से सोने की परत चढ़ी चादरों को हटाने की अनुमति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एसआईटी की प्रारंभिक जांच के अनुसार, गोल्ड शीट फ्रॉड में पद्मकुमार की पूरी जानकारी और मंजूरी शामिल है, और वे इस मामले में आठवें आरोपी के रूप में सूचीबद्ध हैं। एफआईआर में कहा गया है कि बोर्ड की मंजूरी से सोने की परत चढ़ी चादर को एक ठेकेदार को हस्तांतरित किया गया।
एसआईटी के अनुसार, गिरफ्तार पूर्व प्रशासनिक अधिकारी मुरारी बाबू और अन्य अधिकारियों ने गवाही दी है कि यह निर्णय बोर्ड स्तर पर लिया गया था। पद्मकुमार के कार्यकाल के दौरान उनके करीबी कर्मचारियों के बयानों ने इन दावों को और मजबूत किया।
जांच में यह भी सामने आया कि पद्मकुमार के कहने पर ठेकेदार को सबरीमाला में बिना रोक-टोक के जाने दिया गया था। विजिलेंस ने भी चोरी में संस्थागत भागीदारी के संकेत दिए थे।
इस बीच, देवास्वोम के पूर्व कमिश्नर और बोर्ड अध्यक्ष एन. वासु, जो मामले के तीसरे आरोपी हैं, को फिर से एसआईटी कस्टडी में भेजा गया है। उन्हें भारी पुलिस सुरक्षा में अदालत लाया गया।
गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में वासु के अलावा मुख्य आरोपी 'स्पॉन्सर' उन्नीकृष्णन पोट्टी और देवस्वोम बोर्ड के एक मौजूदा और तीन रिटायर्ड अधिकारी शामिल हैं।
पद्मकुमार की गिरफ्तारी और वासु से हिरासत में पूछताछ के बाद जांच टीम को कई महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं, जिससे जल्द ही इस साजिश का खुलासा होने की संभावना है।