क्या सपा नेता एस.टी. हसन का बयान आतंकवाद को समर्थन देता है?

सारांश
Key Takeaways
- संजय निषाद ने एस.टी. हसन की आलोचना की है।
- आतंकवाद और विदेशियों के समर्थन पर सवाल उठाए गए।
- उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी पंचायत चुनाव में अकेले लड़ेगी।
- जनगणना की प्रक्रिया 2027 में शुरू होगी।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ तकनीकी उपायों की आवश्यकता है।
मेरठ, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एस.टी. हसन के एक विवादास्पद बयान की निंदा करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्तियों को विदेशी ताकतों का प्रवक्ता बन जाना चाहिए।
एस.टी. हसन ने इजरायल को "जुल्मी देश" करार दिया था। इस पर संजय निषाद ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि ऐसे लोग आतंकवाद का समर्थन करते हैं और पाकिस्तान का साथ देते हैं। इन्हें विदेशी ताकतों का प्रवक्ता बन जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी के अकेले पंचायत चुनाव में भाग लेने के सवाल पर उन्होंने कहा, "हमारी पार्टी हमेशा से ही पंचायत चुनाव अकेले करती आई है। इस बार भी लड़ेगी। इसमें कुछ नया नहीं है। यह कार्यकर्ताओं का चुनाव है। चाहे भाजपा हो या हमारी पार्टी, जो जीते वह भी अपना और जो हारे वह भी अपना। सिंबल की बात पर, मैं भाजपा का समर्थन करता हूं।"
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जनगणना में केंद्र सरकार धांधली कर सकती है। इस पर संजय निषाद ने कहा कि तकनीक के माध्यम से हर प्रकार के भ्रष्टाचार को समाप्त किया जा सकता है। नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कदम सही हैं। इसमें कोई धांधली नहीं होगी।
गृह मंत्रालय ने सोमवार को जनगणना अधिनियम, 1948 के तहत जनगणना और जातीय जनगणना से संबंधित आधिकारिक अधिसूचना जारी की। अधिसूचना के अनुसार, वर्ष 2027 में जनगणना कराई जाएगी। देश के अधिकांश राज्यों में जनगणना के लिए 1 मार्च 2027 की आधी रात की तारीख को आधार माना जाएगा। ठंडे और बर्फबारी वाले क्षेत्रों जैसे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और उत्तराखंड में यह तारीख 1 अक्टूबर 2026 निर्धारित की गई है। जनगणना की पूरी प्रक्रिया लगभग 21 महीनों में पूरी होगी। यह प्रक्रिया 1 मार्च 2027 तक पूर्ण कर ली जाएगी।