क्या राहुल और तेजस्वी कोई भी 'ड्रामा' कर लें, चुनाव में उन्हें लाभ नहीं मिलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- संतोष सिंह का बयान राजनीति में नाटक की ओर इशारा करता है।
- 2025 के चुनाव में लाभ मिलने की संभावना नहीं है।
- लोकतंत्र में वोट का अधिकार अहम है।
- बाहरी लोगों का वोट पाने का खतरा है।
- संतोष सिंह ने तिरंगा यात्रा में भाग लिया।
कैमूर, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के मंत्री संतोष सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव की 17 अगस्त से शुरू होने वाली 'वोट अधिकार यात्रा' पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे चाहे जितना भी नाटक कर लें, 2025 के चुनाव में उन्हें कोई लाभ नहीं मिलने वाला।
मीडिया के साथ बातचीत में मंत्री संतोष सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा, "किसका अधिकार छीनने की बात हो रही है? यह लोकतंत्र है। किसी जाति या धर्म के लोग हों, किसी का भी वोट का अधिकार छीनने का किसी को हक नहीं है। विपक्ष अब झूठे नाटकों में लिप्त है।"
उन्होंने आगे तेजस्वी यादव पर तंज करते हुए कहा कि उन्हें समझना चाहिए कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी हैं। मतदाता पुनरीक्षण का कोई विरोध नहीं है, और न ही जनता में इसके खिलाफ कोई असंतोष है।
उन्होंने यह भी कहा कि कौन ऐसा नागरिक होगा जो चाहेगा कि बाहरी लोग यहाँ आकर वोट का अधिकार प्राप्त करें। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अगर उन्हें लगता है कि घुसपैठिए उनके हित में हैं, तो वे एक अलग देश बसा सकते हैं और चुनाव आयोग भी अलग बना सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि यदि उन्हें चुनाव आयोग, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास नहीं है, तो वे दुनिया में कहीं और राजनीति करें। उन्होंने कहा कि एसआईआर पर राजनीति काम नहीं आएगी। विधानसभा चुनाव में उनका सूपड़ा साफ हो जाएगा। इससे पहले, श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने तिरंगा यात्रा में भाग लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हर साल 15 अगस्त से पहले भारत के हर गांव और मंडल में तिरंगा यात्रा निकाली जाती है। 15 अगस्त को हम वीर सेनानियों को याद करते हैं।