क्या छात्रा आत्महत्या केस में जेल में बंद प्रोफेसरों से पूछताछ करेगी शारदा विश्वविद्यालय की जांच समिति?

सारांश
Key Takeaways
- शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस छात्रा की आत्महत्या का मामला गंभीर है।
- आंतरिक जांच समिति जेल में बंद प्रोफेसरों से पूछताछ करेगी।
- मृतका के परिवार ने सख्त कार्रवाई की मांग की है।
- छात्रा का सुसाइड नोट गंभीर आरोपों से भरा है।
- विश्वविद्यालय ने पहले ही चार प्रोफेसरों को निलंबित किया है।
ग्रेटर नोएडा, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस की छात्रा द्वारा आत्महत्या के मामले में आज एक महत्वपूर्ण मोड़ आ सकता है। विश्वविद्यालय की आंतरिक जांच समिति उन प्रोफेसरों और असिस्टेंट प्रोफेसरों से पूछताछ करने जा रही है, जो वर्तमान में जेल में बंद हैं। इसके लिए समिति ने संबंधित पुलिस थाने से अनुमति मांगी है।
जैसे ही आंतरिक जांच समिति को अनुमति मिलेगी, वे जेल जाकर आरोपियों से पूछताछ करेगी और अपनी रिपोर्ट तैयार कर पुलिस को सौंपेगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गठित इस समिति को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं कि वह पूरे घटनाक्रम की निष्पक्षता से जांच कर अपनी रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत करे।
यह माना जा रहा है कि समिति की रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में कुछ अन्य लोगों पर भी कार्रवाई संभव है।
इस बीच, मृतका के परिजन आज शारदा विश्वविद्यालय पहुंचेंगे। उनका कहना है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई नहीं की, तो वे बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे।
परिजनों का आरोप है कि इस मामले में पहले भी कई बार अनदेखी की गई है और अब तक केवल नाममात्र की कार्रवाई हुई है। छात्रा की आत्महत्या के बाद विश्वविद्यालय में छात्र संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कई बार प्रदर्शन किया था और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग उठाई थी।
इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले ही चार प्रोफेसरों को निलंबित कर दिया है और पुलिस १५ से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है। अब सभी को आंतरिक समिति की रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे इस मामले में आगे की कार्रवाई तय होगी।
गौरतलब है कि गुरुग्राम निवासी छात्रा ने पिछले शुक्रवार को छात्रावास के अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें उसने अपने विभाग के प्रोफेसरों और अन्य स्टाफ पर मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं।
छात्रा ने नोट में दो शिक्षकों का नाम भी स्पष्ट रूप से लिखा है, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं, अन्य संदिग्ध कर्मचारियों और प्रोफेसरों से भी पूछताछ की जा रही है।