क्या स्पेनिश व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने 'नमो भारत कॉरिडोर' का दौरा किया और तकनीक को सराहा?
सारांश
Key Takeaways
- नमो भारत कॉरिडोर का दौरा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित कर रहा है।
- स्पेनिश व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने तकनीकी उत्कृष्टता की सराहना की।
- यात्री-केंद्रित सुविधाएं और सुरक्षा मानक उच्चतम स्तर पर हैं।
- भविष्य की शहरी परिवहन सोच का आदर्श उदाहरण है।
- एनसीआरटीसी की पहल भारत की परिवहन क्रांति का हिस्सा है।
गाजियाबाद, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली-मेरठ क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) की पहली और देश की अत्याधुनिक नमो भारत रेल सेवा लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित कर रही है। इसी क्रम में एक उच्च-स्तरीय स्पेनिश व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को नमो भारत कॉरिडोर का विस्तृत दौरा किया। इस मौके पर एनसीआरटीसी के वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ उपस्थित रहे।
दौरे की शुरुआत गाजियाबाद के दुहाई स्थित नमो भारत डिपो से हुई, जिसे स्मार्ट तकनीक और आधुनिक रखरखाव प्रणालियों से लैस किया गया है। यहां प्रतिनिधिमंडल को बताया गया कि किस तरह डिजिटल मॉनिटरिंग, स्वचालित निरीक्षण प्रणाली और हाई-टेक वर्कशॉप्स के जरिए ट्रेनों की विश्वसनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है।
स्पेनिश सदस्यों ने रखरखाव सुविधाओं की तकनीकी दक्षता और विश्व स्तरीय संचालन मानकों की सराहना की। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल दुहाई डिपो स्टेशन से नमो भारत ट्रेन में सवार हुआ और कॉरिडोर के विभिन्न स्टेशनों के बीच यात्रा की। सफर के दौरान उन्हें ट्रेन के यात्री-हितैषी डिजाइन, आरामदायक सीटिंग, अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं, स्मार्ट टिकटिंग और सुगम एक्सेस जैसी खूबियों के बारे में जानकारी दी गई।
स्पेनिश प्रतिनिधियों ने कहा कि यह प्रणाली यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का नया अनुभव प्रदान करती है। प्रतिनिधिमंडल का अगला पड़ाव आनंद विहार नमो भारत स्टेशन रहा, जहां उन्हें स्टेशन डिजाइन और मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन (एमएमआई) की व्यवस्था के बारे में बताया गया।
एनसीआरटीसी अधिकारियों ने समझाया कि किस प्रकार मेट्रो, बस, टैक्सी, निजी वाहनों और साइकिल ट्रैक्स तक आसान कनेक्टिविटी सुनिश्चित की गई है ताकि यात्रियों को एक ही स्थान पर सभी विकल्प मिल सकें। स्पेनिश टीम ने कहा कि यह मॉडल भविष्य की शहरी और क्षेत्रीय मोबिलिटी के लिहाज से आदर्श उदाहरण है। स्टेशनों का निरीक्षण पूरा करने के बाद प्रतिनिधिमंडल एनसीआरटीसी के कॉर्पोरेट मुख्यालय—गतिशक्ति भवन पहुंचा।
यहां एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक शलभ गोयल ने स्वागत भाषण दिया और परियोजना की अवधारणा, निर्माण और संचालन के नवोन्मेषी दृष्टिकोण पर विस्तार से चर्चा की। एनसीआरटीसी के विशेषज्ञों ने एक तकनीकी प्रस्तुति भी दी, जिसमें कॉरिडोर की विशेषताएं, भविष्य की विस्तार योजनाएं, तकनीकी एकीकरण और ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिसेज से जुड़े अहम पहलू शामिल थे।
पूरे दौरे के दौरान स्पेनिश प्रतिनिधिमंडल ने भारत की इस पहली क्षेत्रीय रैपिड रेल प्रणाली को 'भविष्य की शहरी परिवहन सोच का उत्कृष्ट उदाहरण' बताते हुए कहा कि नमो भारत कॉरिडोर न सिर्फ एनसीआर बल्कि पूरे देश के लिए टिकाऊ, आधुनिक और यात्री-केंद्रित सार्वजनिक परिवहन का नया मानक स्थापित कर रहा है। प्रतिनिधियों ने सुरक्षा, परिचालन उत्कृष्टता, ग्रीन तकनीक और यात्री सुविधा को प्राथमिकता देने के लिए एनसीआरटीसी की सराहना की और इसे भारत की परिवहन क्रांति में एक ऐतिहासिक अध्याय करार दिया।