क्या सुप्रीम कोर्ट का मतदाता सूची पुनरीक्षण पर फैसला महत्वपूर्ण है? : शमा मोहम्मद

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क्या सुप्रीम कोर्ट का मतदाता सूची पुनरीक्षण पर फैसला महत्वपूर्ण है? : शमा मोहम्मद

सारांश

क्या सुप्रीम कोर्ट का फैसला चुनाव आयोग और केंद्र सरकार के लिए एक चुनौती है? शमा मोहम्मद के विचार में यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है। जानें इस मुद्दे पर उनका क्या कहना है।

Key Takeaways

  • सुप्रीम कोर्ट का फैसला चुनाव आयोग और केंद्र सरकार के लिए चुनौती है।
  • आधार कार्ड को महत्वपूर्ण दस्तावेज माना गया है।
  • कांग्रेस प्रवक्ता ने चुनाव आयोग की चुप्पी पर सवाल उठाए।
  • भाजपा और चुनाव आयोग के संबंधों की जांच की आवश्यकता है।
  • मतदाता सूची में नाम काटने की प्रक्रिया पर प्रश्न उठाए गए हैं।

नई दिल्ली, 14 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने गुरुवार को मतदाता पुनरीक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि पहले चुनाव आयोग ने कहा था कि बिहार में जिन मतदाताओं के नाम सूची से काटे गए थे, उनके बारे में हम जानकारी नहीं देंगे और न ही इसकी वजह बताएंगे। वहीं, चुनाव आयोग की वेबसाइट पर सूची डालने को कहा गया है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में कहा गया है कि आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह टिप्पणी एक सटीक जवाब है, जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट की ओर से टिप्पणी की गई है, उसे देखते हुए यह चुनाव आयोग और केंद्र सरकार दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। इस पर हम स्वागत करते हैं।

उन्होंने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे वोटों की चोरी हो रही है। लेकिन, अभी तक इस संबंध में चुनाव आयोग की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है और न ही कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई है। चुनाव आयोग ने लगातार चुप्पी साध रखी है। ऐसी स्थिति में कई सवाल उठ रहे हैं। लेकिन, इन सवालों का जवाब किसी के पास नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस कौन कर रहा है? भाजपा कर रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस तो चुनाव आयोग को करनी चाहिए। लेकिन, अभी तक आयोग ने एक कमेंट करना भी जरूरी नहीं समझा है। आखिर यह सब क्या चल रहा है?

उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर ने कुछ मुस्लिम और ईसाई नामों का जिक्र करके यह सवाल किया कि आखिर एक घर में हिंदू और मुस्लिम कैसे रह सकते हैं? लेकिन, मैं आपको बता दूं कि यह कोई घर नहीं, बल्कि पूरा इलाका है और जब बात इलाके की आती है, तो जाहिर सी बात है कि वहां सभी धर्मों के लोग रहते होंगे। उनके पास यह डिजिटल डाटा कहां से आया है? वो लगातार इन नामों का जिक्र कर रहे थे। चुनाव आयोग ने हमें ऐसा कोई भी डेटा नहीं उपलब्ध कराया। यह सवाल उठता है कि भाजपा और चुनाव आयोग के बीच क्या संबंध है? इसकी जांच होनी चाहिए, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके।

Point of View

यह कहना उचित है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला लोकतंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक है। चुनाव आयोग को पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए ताकि जनता में विश्वास बना रहे।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

सुप्रीम कोर्ट का फैसला किस पर है?
सुप्रीम कोर्ट का फैसला मतदाता सूची पुनरीक्षण पर है, जिसमें कहा गया है कि आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है।
क्या चुनाव आयोग ने कोई प्रतिक्रिया दी है?
अभी तक चुनाव आयोग ने इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
शमा मोहम्मद ने क्या कहा?
उन्होंने इस फैसले को महत्वपूर्ण बताया और सवाल उठाए कि चुनाव आयोग चुप क्यों है।