क्या धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर की हत्या में संजीव सिंह को मिली जमानत?

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क्या धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर की हत्या में संजीव सिंह को मिली जमानत?

सारांश

धनबाद में पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल में बंद संजीव सिंह को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। यह निर्णय उनकी अपील के बाद आया, जिससे उनके जेल से बाहर आने की संभावना बढ़ गई है। जानिए इस मामले की पूरी जानकारी।

Key Takeaways

  • सुप्रीम कोर्ट ने संजीव सिंह को जमानत दी है।
  • नीरज सिंह की हत्या के मामले में संजीव सिंह मुख्य आरोपी हैं।
  • घटना के बाद कई लोग गिरफ्तार किए गए थे।
  • मामला अभी भी निचली अदालत में चल रहा है।
  • इस फैसले से राजनीतिक स्थिति में बदलाव आ सकता है।

धनबाद, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के मामले में आठ साल से जेल में बंद झरिया के पूर्व भाजपा विधायक संजूव सिंह को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत प्रदान की है। पहले निचली अदालत और झारखंड हाईकोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद संजीव सिंह ने शीर्ष अदालत का रुख किया था। संजीव सिंह, जो कि झरिया की मौजूदा भाजपा विधायक रागिनी सिंह के पति हैं, के अधिवक्ता मो. जावेद ने बताया कि मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस विनोद चंद्रन और जस्टिस एनबी अंजारिया की पीठ ने शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई की और जमानत दी।

यह उल्लेखनीय है कि 22 मार्च 2017 को धनबाद के स्टील गेट क्षेत्र में नीरज सिंह की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उनकी एसयूवी पर चढ़कर अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें नीरज सिंह को 25 गोलियां लगी थीं। इस हमले में उनके अंगरक्षक मुन्ना तिवारी, चालक घलटू और करीबी सहयोगी अशोक यादव भी मारे गए थे। पुलिस के मुताबिक, नीरज सिंह उस दिन अपने घर लौट रहे थे जब अपराधियों ने तीन दिशाओं से लगभग 100 राउंड गोलियां चलाईं।

इस घटना के बाद, धनबाद के सरायढेला थाने में नीरज के भाई अभिषेक सिंह ने लिखित शिकायत पर कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने संजीव सिंह को मुख्य आरोपी मानते हुए 11 अप्रैल 2017 को गिरफ्तार किया था। उनके अलावा अन्य पांच लोगों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की गई थी। वर्तमान में मामला निचली अदालत में चल रहा है और सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय से संजीव सिंह के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है। उनके खिलाफ मुकदमे की सुनवाई जारी रहेगी।

Point of View

यह राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को और जटिल बनाता है। न्यायालय की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर देश की निगाहें हैं। हमें न्याय के इस पहलू पर ध्यान देना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि न्याय की प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
NationPress
08/08/2025

Frequently Asked Questions

संजूव सिंह को सुप्रीम कोर्ट से जमानत क्यों मिली?
संजूव सिंह की जमानत याचिका निचली अदालत और झारखंड हाईकोर्ट में खारिज होने के बाद, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जहां न्यायालय ने उनकी जमानत दी।
नीरज सिंह की हत्या कब हुई थी?
नीरज सिंह की हत्या 22 मार्च 2017 को धनबाद के स्टील गेट इलाके में हुई थी।
क्या संजीव सिंह को जेल से रिहाई के बाद कोई कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा?
हाँ, संजीव सिंह के खिलाफ मामला अभी भी निचली अदालत में विचाराधीन है और उनकी जमानत के बावजूद ट्रायल जारी रहेगा।