क्या 'स्वस्थ नारी सशक्त परिवार' अभियान 18 लाख स्वास्थ्य शिविरों के साथ सफल हुआ?

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क्या 'स्वस्थ नारी सशक्त परिवार' अभियान 18 लाख स्वास्थ्य शिविरों के साथ सफल हुआ?

सारांश

स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान ने 18 लाख स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से लाखों महिलाओं और बच्चों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चला, जिसमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर जैसी बीमारियों की जांच को प्राथमिकता दी गई।

Key Takeaways

  • 18 लाख स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए।
  • 6.5 करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ मिला।
  • महिलाओं और बच्चों के लिए यह देश का सबसे बड़ा स्वास्थ्य अभियान था।
  • उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर की जांच की गई।
  • स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए समुदायों को प्रेरित किया गया।

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाला 'स्वस्थ नारी सशक्त परिवार' अभियान ने देशभर में अद्वितीय भागीदारी के साथ समापन किया, जिससे लाखों महिलाओं, बच्चों और परिवारों को व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हुईं।

2 अक्टूबर के समापन तक, इस अभियान के तहत 18 लाख (18,08,071) से अधिक स्वास्थ्य शिविर (स्क्रीनिंग और विशेष शिविर दोनों शामिल) आयोजित किए गए, जिसमें लगभग 10 करोड़ नागरिकों (9,85,63,619) ने भाग लिया और 6.5 करोड़ से अधिक महिलाओं को लाभ मिला।

इस अभियान के दौरान, 1.78 करोड़ से अधिक नागरिकों की उच्च रक्तचाप और 1.72 करोड़ से अधिक की मधुमेह की जांच की गई। 37 लाख से अधिक महिलाओं की स्तन कैंसर और 19 लाख से अधिक की गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के लिए स्क्रीनिंग की गई। 69 लाख से अधिक लोगों की मौखिक कैंसर स्क्रीनिंग की गई। 62.60 लाख से अधिक प्रसवपूर्व जांचें की गईं, जबकि 1.43 करोड़ से अधिक बच्चों को जीवनरक्षक टीके लगाए गए। 1.51 करोड़ से अधिक लोगों की एनीमिया के लिए जांच की गई। पोषण परामर्श सत्र 1.16 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंचे। 85 लाख से अधिक नागरिकों की टीबी और 10.23 लाख की सिकल सेल रोग के लिए स्क्रीनिंग की गई। 10.69 लाख निक्षय मित्र पंजीकृत किए गए। 4.30 लाख से अधिक रक्तदाताओं का पंजीकरण हुआ, साथ ही 10.69 लाख से अधिक आयुष्मान/पीएम-जेएवाई कार्ड जारी किए गए।

एनएचएम स्वास्थ्य शिविरों के व्यापक नेटवर्क के अलावा, एम्स, अन्य राष्ट्रीय महत्व के संस्थान (आईएनआई), तृतीयक स्वास्थ्य सेवा अस्पताल, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, मेडिकल कॉलेज और निजी संस्थान भी इस राष्ट्रीय अभियान में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। इन संस्थानों ने हजारों विशेष शिविरों का आयोजन किया, जहां लाभार्थियों को उन्नत जांच, निदान, परामर्श और उपचार सेवाएं प्रदान की गई हैं, जिससे राज्य सरकारों और सामुदायिक स्तर के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रयासों को बल मिला है।

स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान भारत में महिलाओं और बच्चों के लिए अब तक का सबसे बड़ा स्वास्थ्य अभियान है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के संयुक्त नेतृत्व में इस पहल के तहत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देश भर के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), जिला अस्पतालों और अन्य सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में लाखों स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया ताकि सामुदायिक स्तर पर महिला-केंद्रित निवारक, प्रोत्साहनकारी और उपचारात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें।

स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान ने गैर-संचारी रोगों, एनीमिया, तपेदिक और सिकल सेल रोग की जांच, शीघ्र पहचान और उपचार के संबंधों को मजबूत किया। साथ ही प्रसवपूर्व देखभाल, टीकाकरण, पोषण, मासिक धर्म स्वच्छता, जीवनशैली और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से मातृ, शिशु और किशोर स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया गया। इस अभियान ने मोटापे की रोकथाम, बेहतर पोषण और स्वैच्छिक रक्तदान पर विशेष जोर देते हुए समुदायों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया।

Point of View

बल्कि समुदायों को स्वस्थ जीवनशैली की ओर भी प्रेरित करती है।
NationPress
03/10/2025

Frequently Asked Questions

स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान कब शुरू हुआ?
यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चला।
इस अभियान के तहत कितने स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए?
18 लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए।
कितने लोगों को इस अभियान से लाभ मिला?
लगभग 10 करोड़ नागरिकों ने इस अभियान में भाग लिया।
स्वास्थ्य सेवाओं में कौन-कौन सी जांच शामिल थीं?
इसमें उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर, टीबी, और एनीमिया जैसी बीमारियों की जांच शामिल थी।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को सशक्त बनाना और उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना था।