क्या तेजप्रताप एनडीए से प्रभावित होकर साथ देंगे? जीतन राम मांझी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- तेज प्रताप यादव का विकास योजनाओं का समर्थन
- जीतन राम मांझी का सकारात्मक दृष्टिकोण
- बिहार में रोजगार और विकास की योजनाएं
- राहुल गांधी पर उठाए गए सवाल
- राजनीतिक समीकरणों का बदलाव
गयाजी, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने चुनाव के बाद एक विकासशील सरकार का समर्थन करने की इच्छा जताई है। इस पर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय संयोजक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को तेज प्रताप के बयान का समर्थन किया और कहा कि भगवान उन्हें सद्बुद्धि दे।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, "बिहार में जिसने विकास किया है और जो योजना बना रहा है, वो स्पष्ट है। आज एक करोड़ लोगों को नौकरी प्रदान करने और एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने की चर्चा हो रही है। पीएम मोदी ने बिहार को 8000 करोड़ रुपए का कोसी प्रोजेक्ट और मखाना बोर्ड प्रदान किया है।"
आज लोगों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। बिहार को पहले की तुलना में कई गुना अधिक मिल रहा है। पहले बिहार को जितनी राशि मिलती थी, अब उससे चार गुना अधिक राशि प्राप्त हो रही है। अगर तेज प्रताप यादव इन विकास योजनाओं से प्रभावित होकर एनडीए का साथ देंगे तो हम उनका स्वागत करेंगे।
जीतन राम मांझी ने राहुल गांधी के सरकार पर वोट चोरी के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी की बातें समझ में नहीं आतीं। जब वे विदेश जाते हैं तो भारत की बुराई करते हैं। कोई भी संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति बाहर जाकर देश की शिकायत नहीं करेगा, लेकिन वे ऐसा करते हैं। एसआईआर के नाम पर उन्होंने बिहार में कई दिनों तक यात्रा की, लेकिन आज एसआईआर कहां चला गया?"
उन्होंने कहा, "अपनी जनसभा में राहुल गांधी ने पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्द का इस्तेमाल करवाया। हमारे यहां छठ महापर्व होता है। लोग इसे पवित्रता से देखते हैं, लेकिन राहुल गांधी ने अपने हाल के बयान में इसे नौटंकी कहा। ऐसे व्यक्ति की बातों पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए। राहुल गांधी वोट चोरी का आरोप लगाकर बिहार के मतदाताओं का अपमान कर रहे हैं। हिंदुस्तान में जन्मा व्यक्ति ही हिंदुस्तान का नागरिक होगा, ऐसा संविधान में है। अशुद्धियों को दूर करने के लिए एसआईआर किया गया है। अगर राहुल गांधी इसे चोरी कहते हैं, तो यह सिर्फ उनके दिमाग का दोष है।"
—राष्ट्र प्रेस
एससीएच/वीसी