क्या टेक्सटाइल पीएलआई के तहत कंपनियों ने 7,343 करोड़ रुपए का निवेश किया?

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क्या टेक्सटाइल पीएलआई के तहत कंपनियों ने 7,343 करोड़ रुपए का निवेश किया?

सारांश

टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना के तहत कंपनियों ने 7,343 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इस योजना का टर्नओवर 4,648 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जो देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा। जानें इस योजना की पूरी जानकारी।

Key Takeaways

  • पीएलआई योजना के तहत 7,343 करोड़ रुपए का निवेश हुआ।
  • टर्नओवर 4,648 करोड़ रुपए तक पहुंचा।
  • इस योजना में 74 कंपनियों का चयन किया गया है।
  • उद्देश्य निर्यात को बढ़ावा देना है।
  • सरकार ने 10,683 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया है।

नई दिल्ली, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए लागू की गई प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना के तहत कंपनियों ने कुल 7,343 करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिसमें 4,648 करोड़ रुपए का टर्नओवर दर्ज किया गया है। इस राशि में 31 मार्च, 2025 तक 538 करोड़ रुपए का निर्यात भी शामिल है। यह जानकारी सरकार ने शुक्रवार को संसद में प्रस्तुत की।

टेक्सटाइल राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में इस योजना के तहत 54.50 करोड़ रुपए का इंसेंटिव वितरित किया गया है।

केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दी कि इस योजना के अंतर्गत अनुमानित निवेश और टर्नओवर क्रमशः 28,711 करोड़ रुपए और 2,16,760 करोड़ रुपए है, जिसमें निर्यात भी समाहित है।

सरकार ने देश में मेन-मेट फाइबर (एमएमएफ) अपेरल, एमएमएफ फैब्रिक और टेक्निकल टेक्सटाइल उत्पादों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए 10,683 करोड़ रुपए के स्वीकृत बजट के साथ टेक्सटाइल उद्योग के लिए पीएलआई योजना लागू की है, जिससे क्षेत्र का आकार और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ सके।

इस योजना के दो हिस्से हैं। पहले हिस्से में प्रति कंपनी न्यूनतम 300 करोड़ रुपए का निवेश और न्यूनतम 600 करोड़ रुपए का टर्नओवर शामिल है, जबकि दूसरे हिस्से में प्रति कंपनी न्यूनतम 100 करोड़ रुपए का निवेश और न्यूनतम 200 करोड़ रुपए का टर्नओवर शामिल है, जिससे बड़े पैमाने के निर्माताओं और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमियों (एमएसएमई) की भागीदारी को बढ़ावा मिल सके।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "इंसेंटिव का लाभ उठाने के लिए पात्र बनने हेतु, कंपनी को उपरोक्त निवेश और कारोबार की सीमा प्राप्त करनी होगी। इस योजना के तहत कुल 74 कंपनियों का चयन किया गया है, जिनमें से 24 आवेदक कंपनियां एमएसएमई श्रेणी में हैं।"

अतिरिक्त जानकारी के अनुसार, देश का कुल टेक्सटाइल और अपेरल निर्यात 2024-25 में 37.75 अरब डॉलर से अधिक हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष के 35.87 अरब डॉलर से 5 प्रतिशत अधिक है। सरकार टेक्सटाइल क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने, रोजगार के अवसर सृजित करने और निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं लागू कर रही है।

पीएम मित्र पार्क स्थापित करने के लिए सात साइट्स को मंजूरी दी गई है, जो गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में स्थित हैं।

Point of View

बल्कि निर्यात बढ़ाने में भी सहायक साबित होगी। हमें उम्मीद है कि इस योजना के फलस्वरूप भारत टेक्सटाइल उत्पादन में एक वैश्विक नेता बन सकेगा।
NationPress
08/08/2025

Frequently Asked Questions

टेक्सटाइल पीएलआई योजना क्या है?
यह एक सरकारी योजना है जिसका उद्देश्य टेक्सटाइल क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ावा देना है।
इस योजना के अंतर्गत कितना निवेश किया गया है?
कंपनियों ने इस योजना के तहत कुल 7,343 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
इस योजना से देश को क्या लाभ होगा?
यह योजना रोजगार के अवसर बढ़ाने और निर्यात को बढ़ावा देने में सहायक होगी।
इस योजना के अंतर्गत कौन-कौन सी कंपनियां शामिल हैं?
इस योजना के तहत 74 कंपनियों का चयन किया गया है, जिनमें से 24 कंपनियां एमएसएमई श्रेणी में हैं।
क्या सरकार ने इस योजना के लिए बजट मंजूर किया है?
जी हां, सरकार ने इस योजना के लिए 10,683 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया है।