क्या ट्रंप गाजा शांति समझौते पर कड़ी नजर रखेंगे? निगरानी के लिए तैनात होंगे 200 अमेरिकी सैनिक

सारांश
Key Takeaways
- गाजा में संघर्ष समाप्त करने के लिए ट्रंप का नया प्रयास।
- 200 अमेरिकी सैनिकों की तैनाती निगरानी के लिए।
- हमास द्वारा बंधकों की रिहाई की जाएगी।
- इजरायल की सेना गाजा से वापस लौटेगी।
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता।
नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गाजा में संघर्ष को समाप्त करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'पीस प्लान' के पहले चरण पर इजरायल और हमास ने सहमति जताई है। इस योजना के अनुसार, इजरायली डिफेंस फोर्स गाजा पट्टी से एक निश्चित सीमा के भीतर लौटेगी। इसके 72 घंटे बाद, हमास सभी बंधकों को रिहा कर देगा। सीजफायर पर दोनों पक्षों के बीच समझौता होने के बाद, इसकी निगरानी के लिए 200 अमेरिकी सैनिकों को तैनात किया जाएगा।
इजरायली मीडिया के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि गाजा सीजफायर की निगरानी के लिए मिडिल ईस्ट में 200 सैनिक तैनात किए जाएंगे।
अमेरिकी सेना की मध्य कमान के प्रमुख एडमिरल ब्रैड कूपर हैं। वे शुरुआत में 200 सैनिकों को जमीनी स्तर पर तैनात करेंगे। उनकी जिम्मेदारी होगी कि वे निगरानी करें, निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि समझौते का कोई उल्लंघन न हो।
उन्हें यह भी बताया गया कि इस टीम में मिस्र, कतर, तुर्किए और संभवतः संयुक्त अरब अमीरात के सैन्य अधिकारी भी शामिल होंगे। हालांकि, एक अन्य अधिकारी ने कहा कि किसी भी अमेरिकी सैनिक का गाजा में जाने का इरादा नहीं है।
इस बीच, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात एक्स पर इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को बधाई दी और युद्ध रोकने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप की कोशिशों की सराहना की।
पीएम मोदी ने लिखा, "राष्ट्रपति ट्रंप की गाजा शांति योजना के तहत हुई प्रगति पर बधाई देने के लिए अपने मित्र, प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फोन किया। हम बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों को मानवीय सहायता बढ़ाने पर हुए समझौते का स्वागत करते हैं। इस बात पर जोर दिया कि दुनिया में कहीं भी किसी भी रूप या स्वरूप में आतंकवाद अस्वीकार्य है।"
वहीं, राष्ट्रपति ट्रंप की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने पोस्ट किया, "मैंने अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से बात की और ऐतिहासिक गाजा शांति योजना की सफलता पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने व्यापार वार्ता में हुई अच्छी प्रगति की भी समीक्षा की। आने वाले हफ्तों में निकट संपर्क में रहने पर सहमति बनी।"
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया कि अभी बहुत कुछ बातचीत के लिए बाकी है और कहा कि लोग किसी भी चीज से ज्यादा यही चाहते थे। हमास कुछ बातों पर सहमत हो गया है और मुझे लगता है कि यह काफी अच्छी तरह आगे बढ़ेगा।