क्या उत्तराखंड में जिला स्तर पर पैराग्लाइडिंग केंद्र खोले जाएंगे?

सारांश
Key Takeaways
- जिला स्तर पर पैराग्लाइडिंग केंद्र खोले जाएंगे।
- प्रशिक्षण कार्यक्रम सितंबर से शुरू होगा।
- स्विट्जरलैंड की संस्था द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- 141 बच्चों को ट्रेनिंग मिलेगी।
- स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।
नैनीताल, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के पर्यटन सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल ने जानकारी दी है कि राज्य में जिला स्तर पर पैराग्लाइडिंग केंद्र खोले जाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम सितंबर से शुरू किए जाएंगे।
मीडिया से बातचीत करते हुए धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि प्रदेश में पर्यटन को तेजी से बढ़ावा देने के लिए जिलावार पैराग्लाइडिंग सेंटर खोले जाएंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन स्विट्जरलैंड की एसोसिएशन ऑफ पैराग्लाइडिंग पायलट एंड ट्रेकर (एपीपीआई) द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पैराग्लाइडिंग का विकास किया जा रहा है। प्रदेश की ऊंची चोटियों में पैराग्लाइडिंग के लिए पर्याप्त अवसर मौजूद हैं, जिसे ध्यान में रखकर इस योजना को तैयार किया गया है। कुल 141 बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके लिए प्रशिक्षक तुर्किए या स्विटजरलैंड से आएंगे। प्रशिक्षण के बाद, उत्तराखंड पर्यटन विकास विभाग द्वारा प्रशिक्षित युवाओं को लाइसेंस जारी किया जाएगा।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सफल पायलट दूरदराज के पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षण देने में सक्षम होंगे और पैराग्लाइडिंग केंद्रों की स्थापना में सहयोग कर सकेंगे।
पर्यटन सचिव ने कहा कि पहले पैराग्लाइडिंग पायलट की ट्रेनिंग के लिए युवाओं को हिमाचल प्रदेश जाना पड़ता था, लेकिन अब यह सुविधा प्रदेश में ही उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है।
कैंची धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या पर उन्होंने कहा कि कैंची धाम में श्रद्धालुओं को लेकर एक सर्वे किया जा रहा है। इस सर्वे में श्रद्धालुओं के साथ आने वाले वाहनों, स्थानीय गेस्ट हाउस और होमस्टे का आंकलन किया जा रहा है। प्रदेश के पर्यटन स्थलों के विस्तार के लिए कई योजनाएँ बनाई जा रही हैं, जिन्हें धरातल पर उतारने के लिए प्रयास जारी हैं। मानसून की बारिश के बाद कई योजनाओं को मूर्त रूप दिया जाएगा।