क्या पीएम मोदी की 'किसान सम्मान निधि' से वैशाली के किसान हो रहे हैं लाभान्वित?

सारांश
Key Takeaways
- किसान सम्मान निधि से किसानों को आर्थिक सहायता मिलती है।
- इस योजना से फसल उत्पादन में वृद्धि हुई है।
- किसान जैविक खेती की ओर प्रवृत्त हो रहे हैं।
- इस योजना ने किसानों को सम्मान दिलाया है।
- यह योजना गरीब किसानों के लिए बहुत लाभकारी है।
वैशाली, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से देश के आम नागरिकों एवं गरीब वर्ग को ध्यान में रखते हुए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं लागू की गई हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना है 'पीएम किसान सम्मान निधि', जिसके तहत वैशाली के किसान भी लाभ उठा रहे हैं।
बिहार के वैशाली में रहने वाले किसान सुरेंद्र देव इस महत्वाकांक्षी योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में इस योजना की सराहना की और पीएम मोदी का आभार भी व्यक्त किया। दशकों से खेती कर रहे सुरेंद्र ने बताया कि इस योजना से प्राप्त धनराशि बहुत उपयोगी सिद्ध हो रही है। उनके अनुसार, खेतों में फसलों की पैदावार पहले की तुलना में दो से ढाई गुना बढ़ गई है।
सुरेंद्र देव ने कहा, "किसान सम्मान निधि के कारण हमारी प्रगति हुई है। फसल उत्पादन अब दो से ढाई गुना बढ़ गया है, इसमें कोई संदेह नहीं है। मैं खेतों में मुख्यतः जैविक खाद जैसे गोबर का उपयोग करता हूं और रासायनिक खाद का प्रयोग कम करता हूं। प्राकृतिक खेती पर विशेष रूप से ध्यान देता हूं।"
उन्होंने आगे बताया, "हम पिछले 40 वर्षों से खेती कर रहे हैं। पहले पानी की व्यवस्था हो चुकी थी, लेकिन पूंजी की कमी थी। अब इस योजना के तहत पूंजी मिल रही है, जिससे हमारी प्रगति हुई है। यह योजना बहुत ही कल्याणकारी है। मैं पीएम मोदी को इसके लिए धन्यवाद देता हूं।"
यह उल्लेखनीय है कि 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि' से देशभर के किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना से मिलने वाली राशि गरीब किसानों को आर्थिक सहारा और सम्मान प्रदान कर रही है। इस योजना की पहली किस्त किसानों के खातों में 24 फरवरी 2019 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से जारी की गई थी। इस योजना के तहत किसानों को प्रतिवर्ष 6,000 रुपए (दो हजार की तीन किश्तों के रूप में) दिए जाते हैं।