क्या डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बालोद दौरे पर भूपेश बघेल पर निशाना साधा?

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क्या डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बालोद दौरे पर भूपेश बघेल पर निशाना साधा?

सारांश

छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बालोद में भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और भगवान शिव का अभिषेक किया। उन्होंने भूपेश बघेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर तीखा हमला किया। क्या यह दौरा राजनीतिक मंशा को दर्शाता है?

Key Takeaways

  • विजय शर्मा का दौरा भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम हो सकता है।
  • भूपेश बघेल की सुप्रीम कोर्ट में याचिका को खारिज किया गया है।
  • न्यायालय ने प्रभावशाली व्यक्तियों के मामलों पर सवाल उठाया है।

रायपुर, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बालोद जिले के दौरे पर भाजपा कार्यालय का दौरा किया, जहां उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की। इसके बाद, वे बालोद के जामड़ी आश्रम पाटेश्वर धाम पहुंचे और माता कौशल्या मंदिर धाम में भगवान शिव का अभिषेक किया।

विजय शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया, "बालोद के जामड़ी आश्रम पाटेश्वर धाम पहुंचकर माता कौशल्या मंदिर धाम में भगवान शिव जी का अभिषेक किया। मैं मातारानी एवं पंचमुखी हनुमान जी के दर्शन और पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना करता हूं।"

इस दौरान, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगने के संदर्भ में विजय शर्मा ने टिप्पणी की, "अग्रिम जमानत के लिए वही जाता है, जिसके खिलाफ वारंट होता है।"

भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल ने गिरफ्तारी से सुरक्षा की मांग की थी। अदालत ने इस मामले की सुनवाई से इनकार किया और उन्हें उच्च न्यायालय जाने को कहा। इस मामले की सुनवाई 6 अगस्त को होगी। पीएमएलए कानून को लेकर अदालत ने यह भी कहा कि इस कानून पर प्रश्न तब ही उठते हैं, जब किसी प्रभावशाली व्यक्ति की गिरफ्तारी होती है।

भूपेश बघेल और उनके बेटे की याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची ने कई सख्त टिप्पणियां कीं। अदालत ने कहा कि दोनों ने एक ही याचिका में पीएमएलए के विभिन्न प्रावधानों को चुनौती देने के साथ-साथ जमानत जैसी व्यक्तिगत राहत की मांग भी की है, जो उचित नहीं है। इसके अतिरिक्त, शीर्ष अदालत ने पिता-पुत्र के सीधे सुप्रीम कोर्ट आने पर भी सवाल उठाया।

न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने स्पष्ट किया कि जब किसी मामले में कोई प्रभावशाली व्यक्ति शामिल होता है, तो वह सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंच जाता है। अगर हम हर मामले की सुनवाई करेंगे, तो अन्य अदालतों का क्या उपयोग रह जाएगा? अगर ऐसा होता रहा तो फिर गरीब लोग कहां जाएंगे? एक आम आदमी और साधारण वकील के पास सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करने की कोई जगह ही नहीं बचेगी।

Point of View

यह कहना उचित है कि इस दौरे से राजनीतिक बयानों में वृद्धि हो सकती है। विजय शर्मा का यह दौरा और उनकी टिप्पणियां छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती हैं। यह बात ध्यान देने योग्य है कि न्यायपालिका के प्रति नेताओं का दृष्टिकोण क्या होता है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

विजय शर्मा ने बालोद दौरे में क्या किया?
विजय शर्मा ने बालोद में भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और माता कौशल्या मंदिर में भगवान शिव का अभिषेक किया।
भूपेश बघेल को सुप्रीम कोर्ट से क्या झटका लगा?
सुप्रीम कोर्ट ने भूपेश बघेल और उनके बेटे की याचिकाओं पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया।