क्या 5 जुलाई को विपक्ष का 'विजय उत्सव' भाजपा नेता राम कदम पर निशाना साधेगा?

सारांश
Key Takeaways
- थ्री लैंग्वेज पॉलिसी को वापस लिया गया है।
- 5 जुलाई को विपक्ष विजय उत्सव मनाएगा।
- राम कदम ने विपक्ष की आलोचना की है।
- अबू आजमी की गिरफ्तारी की मांग की गई है।
- नसीरुद्दीन शाह के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया।
मुंबई, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में तीन भाषा मॉडल को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। अब सरकार ने थ्री लैंग्वेज पॉलिसी को वापस ले लिया है।
जानकारी के अनुसार, थ्री लैंग्वेज पॉलिसी में कक्षा 1 से 5वीं तक तीसरी भाषा के रूप में हिंदी को अनिवार्य करने का आदेश जारी किया गया था। अब इस नीति के रद्द होने पर 5 जुलाई को विपक्ष विजय उत्सव मनाने की योजना बना रहा है।
भाजपा नेता राम कदम ने इस संदर्भ में बयान दिया और कहा कि यदि किसी को जश्न मनाना है, तो यह जश्न मनाने योग्य है कि मुख्यमंत्री ने छोटे छात्रों पर थोपे गए फैसले को रद्द कर दिया। यह निर्णय पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के समय में लिया गया था, जिसे अब रद्द किया गया है।
उन्होंने कहा, "जब विपक्ष के पास ठोस मुद्दे नहीं होते, तो वे इस तरह की मनगढ़ंत बातें फैलाते हैं। इनका कोई आधार नहीं होता। यदि विपक्ष के पास वाकई में कोई मुद्दा है, तो उन्हें सदन में आकर चर्चा करनी चाहिए। चर्चा के लिए मंच खुला है, पूरा देश देख रहा है।"
वहीं, अबू आजमी के औरंगजेब पर दिए बयान पर उन्होंने कहा, "उनके बयान पर मामला बॉम्बे हाईकोर्ट में लंबित है, लेकिन इसके बावजूद अबू आजमी की जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए।"
नसीरुद्दीन शाह के बयान पर भी उन्होंने कहा, "मैंने उनका बयान पूरा नहीं सुना, लेकिन यदि कोई कलाकार पाकिस्तान का समर्थन करता है, तो उसे वहीं रहना चाहिए। भारत में विरोधी भावना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"