क्या जीतू पटवारी को नौटंकी बंद करके व्यक्ति का अपमान करने के लिए माफी मांगनी चाहिए?

सारांश
Key Takeaways
- जीतू पटवारी पर गंभीर आरोप हैं।
- विश्वास सारंग ने माफी मांगने की सलाह दी है।
- राजनीतिक नाटक के बजाय वास्तविक मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।
भोपाल, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस को प्रदर्शन करना है, तो उन्हें चुपचाप करना चाहिए, यह नौटंकी क्यों कर रहे हैं?
जीतू पटवारी के खिलाफ अशोकनगर के मुंगावली थाने में एक व्यक्ति को गलतबयानी के लिए भड़काने का मामला दर्ज किया गया है। इस घटना का जिक्र करते हुए विश्वास सारंग ने कहा, "कांग्रेस ने चोरी और फिर सीनाजोरी की कहावत को सही ठहराया है। वे अपनी राजनीति को चमकाने के लिए संविधान का मज़ाक उड़ाते हैं और एक भोले व्यक्ति का अपमान करते हैं। उसने खुद कहा है कि उसे बाइक का लालच देकर बयानबाजी कराई गई।"
उन्होंने कहा, "जीतू पटवारी ने उस व्यक्ति की गरिमा को ठेस पहुंचाई है और अब वे इस मुद्दे पर शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। यदि वे संविधान के पालन की बात कर रहे हैं, तो उन्हें चुपचाप जाकर गिरफ्तारी देनी चाहिए। मैं पूछता हूं कि वे यह नौटंकी क्यों कर रहे हैं? उन्हें उस व्यक्ति से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए, जिसे अपमानित किया गया है। इससे बड़ा अपमान और क्या हो सकता है?"
मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस के सरकार में आने के दावों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "वे कहते हैं कि कुछ दिनों में हमारी सरकार आ जाएगी, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। मैं बस यही कहूंगा कि अगर वे इस तरह के दावे करते रहे, तो वे अपनी ही दादागिरी में रह जाएंगे। जनता इस तरह की बदमाशी को स्वीकार नहीं करेगी।"
इससे पहले, जीतू पटवारी ने एफआईआर दर्ज होने पर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा, "यह मुद्दा मेरे या हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ नहीं है। यह एक पीड़ित व्यक्ति का मामला है। उसने 50 जगह शिकायत की, अलग-अलग वीडियो दिए और 300 किलोमीटर पैदल चलकर न्याय मांगा। मैंने विपक्ष के रूप में अपना कर्तव्य निभाया। सरकार को उस व्यक्ति के दर्द को समझना चाहिए था, लेकिन क्योंकि आरोपी एक विधायक का रिश्तेदार था, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बजाय, जिसने दर्द सुना, उसके खिलाफ कार्रवाई की गई।"