क्या योगी सरकार की शिक्षा पहल से 39 जिलों में सीएम कंपोजिट विद्यालयों का निर्माण शुरू हुआ?

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क्या योगी सरकार की शिक्षा पहल से 39 जिलों में सीएम कंपोजिट विद्यालयों का निर्माण शुरू हुआ?

सारांश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में एक ऐतिहासिक शिक्षा पहल की शुरुआत हो चुकी है। 39 जिलों में 'मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों' का निर्माण किया जा रहा है, जिससे लाखों बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा। जानें इस योजना की विशेषताएं और इसके लाभ।

Key Takeaways

  • 39 जिलों में मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों का निर्माण कार्य शुरू।
  • आधुनिक और समग्र शिक्षा के लिए 30 करोड़ रुपये की लागत।
  • प्री-प्राइमरी से 12वीं तक की कक्षाएं एक ही परिसर में।
  • कौशल विकास और खेलकूद के लिए विशेष सुविधाएं।
  • सरकार द्वारा 6 प्रमुख निर्माण एजेंसियों को जिम्मेदारी।

लखनऊ, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली को आधुनिक और समावेशी बनाने के लिए एक ऐतिहासिक पहल की शुरुआत हो चुकी है। राज्य के 39 जिलों में 'मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों' का निर्माण कार्य तेजी से आरंभ हो चुका है, जिससे लाखों बच्चों को आधुनिक, समग्र और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा। इसके अलावा, 10 अन्य जिलों में भी शीघ्र निर्माण कार्य शुरू होने वाला है।

अन्य जिलों के लिए शासन स्तर पर वित्तीय स्वीकृति और भूमि चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उल्लेखनीय है कि पहले चरण में सभी 75 जिलों में 'मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों' का निर्माण पूरा होने के बाद दूसरे चरण में भी प्रति जनपद 1-1 सीएम कंपोजिट विद्यालय का निर्माण प्रस्तावित है। इस प्रकार, प्रति जनपद 2 मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों के निर्माण की योजना है।

उत्तर प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि सभी 75 जनपदों में इन मॉडल विद्यालयों की स्थापना की जाएगी। वर्तमान में 39 जनपदों में निर्माण कार्य शुरू हो चुका है या फिर होने जा रहा है। इन जिलों में 'मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों' के निर्माण को लेकर वित्तीय स्वीकृति से लेकर भूमि चयन तक सभी आवश्यक अनुमोदन प्राप्त हो चुके हैं। इसके साथ ही, 10 अन्य जिलों में भी शीघ्र निर्माण कार्य शुरू होने वाला है।

इन विद्यालयों की सबसे विशेष बात यह है कि इनमें प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं तक की सभी कक्षाएं एक ही परिसर में संचालित होंगी। 5 से 10 एकड़ भूमि पर 30 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक शिक्षण संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं, जो राज्य की शिक्षा व्यवस्था में नई ऊंचाई स्थापित करेंगे। इस महत्वाकांक्षी योजना को गति देने के लिए सरकार ने 6 प्रमुख निर्माण एजेंसियों को जिम्मेदारी सौंपी है।

इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही कौशल विकास, खेलकूद, सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा। परियोजना के तहत प्रत्येक विद्यालय में 30 स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी और कंप्यूटर लैब, आधुनिक विज्ञान प्रयोगशाला एवं मिनी स्टेडियम और बड़ा खेल मैदान विकसित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, इनमें कौशल विकास केंद्र और वर्कशॉप्स, शिक्षकों के लिए आवासीय सुविधा और सीसीटीवी निगरानी, वाई-फाई, स्वच्छ जल और शौचालय की भी व्यवस्था होगी।

जिलों में 'मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों' का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, जिनमें सीतापुर, बिजनौर, कानपुर देहात, महाराजगंज, अम्बेडकरनगर, बुलंदशहर, खीरी, बलिया, सुल्तानपुर, हमीरपुर, रायबरेली, औरैया, अमेठी, हरदोई, अमरोहा, चित्रकूट, ललितपुर, जालौन, चन्दौली, फिरोजाबाद, श्रावस्ती, इटावा, मैनपुरी, हापुड़, कौशाम्बी, मऊ, गाजियाबाद, शाहजहांपुर, गौतमबुद्धनगर, संतकबीरनगर, सम्भल, गाजीपुर, मुजफ्फरनगर, रामपुर, हाथरस, बदायूं, बहराइच, भदोही और बागपत शामिल हैं।

Point of View

बल्कि समग्र विकास के लिए एक मजबूत आधार भी तैयार होगा। यह पहल स्पष्ट रूप से उत्तर प्रदेश सरकार की शिक्षा के प्रति गंभीरता को दर्शाती है और भविष्य की पीढ़ी को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
NationPress
22/06/2025

Frequently Asked Questions

मुख्यमंत्री कंपोजिट विद्यालयों की विशेषताएं क्या हैं?
इन विद्यालयों में प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं तक की कक्षाएं, स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी, और कौशल विकास केंद्र होंगे।
इस योजना का लाभ किसे मिलेगा?
इस योजना का लाभ लाखों बच्चों को मिलेगा, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
कितने जिलों में विद्यालयों का निर्माण शुरू हुआ है?
वर्तमान में 39 जिलों में सीएम कंपोजिट विद्यालयों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।
इस योजना की लागत क्या है?
प्रत्येक विद्यालय के निर्माण में लगभग 30 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
क्या अन्य जिलों में भी निर्माण होगा?
हां, 10 अन्य जिलों में भी शीघ्र निर्माण कार्य शुरू होने वाला है।