क्या भीम ने 'गर्व से स्वदेशी' अभियान लॉन्च किया है, जिसमें नए यूजर्स को मिलेगा 20 रुपए का कैशबैक?
सारांश
Key Takeaways
- भीम ऐप ने 'गर्व से स्वदेशी' अभियान शुरू किया है।
- नए यूजर्स को 20 रुपए कैशबैक मिलेगा।
- डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देने का उद्देश्य।
- भीम ऐप में नए फीचर्स जोड़े गए हैं।
- UPI प्रणाली का वैश्विक महत्व।
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के स्वदेशी डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म भीम ऐप (बीएचआईएम) ने सोमवार को "गर्व से स्वदेशी" अभियान का उद्घाटन किया है। इसके अंतर्गत नए यूजर्स को डिजिटल पेमेंट्स अपनाने पर 20 रुपए का कैशबैक प्राप्त होगा।
एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि भीम इस महीने के अंत में अपनी 10वीं वर्षगांठ मनाएगा। इस अवसर पर नए यूजर्स को यह विशेष ऑफर प्रदान किया जा रहा है। यह ऑफर उन यूजर्स के लिए है जो 20 रुपए या उससे अधिक का लेन-देन करते हैं।
इस अभियान का उद्देश्य नए यूजर्स को डिजिटल पेमेंट्स से जोड़ना है और उनकी सहूलियत को बढ़ाना है। भीम का लक्ष्य यह है कि पहली बार डिजिटल पेमेंट्स करने वाले यूजर्स के लिए किसी प्रकार की रुकावट न हो, ताकि देश के हर हिस्से में डिजिटल पेमेंट्स की बढ़ती हुई स्वीकार्यता को मजबूती मिल सके।
भीम को विकसित करने वाली एनपीसीआई भीम सर्विसेज लिमिटेड (एनबीएसएल) ने कहा कि जो नए यूजर भीम ऐप का उपयोग अपनी दैनिक खरीदारी, जैसे- किराना, बस या मेट्रो टिकट, प्रीपेड रिचार्ज, बिजली व गैस बिल पेमेंट और पेट्रोल खर्च में करते हैं, वे योग्य लेनदेन पर एक महीने में 300 रुपए तक के कैशबैक का लाभ उठा सकते हैं।
इस वर्ष की शुरुआत में लॉन्च किया गया नया भीम ऐप 15 से अधिक भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है, जो विज्ञापन-मुक्त इंटरफेस प्रदान करता है और कम कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है।
साथ ही इसमें कुछ नए फीचर्स भी जोड़े गए हैं, जिनमें स्प्लिट एक्सपेंस, फैमिली मोड, स्पेंड एनालिटिक्स, एक्शन नीडेड और यूपीआई सर्कल शामिल हैं। इसके अलावा, यूपीआई सर्कल फुल डेलीगेशन फीचर लॉन्च किया गया है, जिससे यूजर्स अपने परिवार के सदस्य, बच्चे, कर्मचारी या आश्रित लोगों को एक तय सीमा के तहत यूपीआई पेमेंट्स करने की अनुमति दे सकते हैं।
भीम को बनाते समय यह ध्यान में रखा गया था कि यह देश के नागरिकों की वास्तविक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जाए।
आईएमएफ की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भीम ऐप के साथ दुनिया के सबसे बड़े रियल-टाइम डिजिटल पेमेंट सिस्टम के रूप में यूपीआई अब तक 49 प्रतिशत डिजिटल पेमेंट्स पर काबिज है। इसने ब्राजील, थाईलैंड, चीन और साउथ कोरिया जैसे देशों के सिस्टम्स को भी पीछे छोड़ दिया है।