क्या केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यूटा सीनेट के अध्यक्ष जे. स्टुअर्ट एडम्स से मुलाकात की?
सारांश
Key Takeaways
- यूटा सीनेट के अध्यक्ष के साथ मुलाकात से व्यापारिक अवसरों में वृद्धि हो सकती है।
- कई तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाएं हैं।
- न्यूजीलैंड यात्रा से भारत-न्यूजीलैंड व्यापारिक संबंध मजबूत हुए हैं।
- नवीनता और युवा जोश से साझा विकास का रास्ता खुलता है।
- भारतीय संस्कृति का प्रचार और अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मजबूत करने का प्रयास।
नई दिल्ली, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को यूटा सीनेट के अध्यक्ष जे. स्टुअर्ट एडम्स से मुलाकात की।
केंद्रीय मंत्री गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मैंने यूटा सीनेट के अध्यक्ष स्टुअर्ट एडम्स के नेतृत्व में व्यापार प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।"
उन्होंने आगे लिखा, "हमारी चर्चा कई डोमेन में सहयोग को स्थापित करने पर केंद्रित रही, जिसमें एआई, क्लीन एनर्जी, मिनरल्स, एकेडेमिया एंड रिसर्च, बायोटेक, एयरोस्पेस और एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग शामिल थे।"
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि नवाचार और युवा जोश को देखते हुए साझा वृद्धि और खुशहाल भविष्य की अपार संभावनाएं हैं।
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री गोयल ने अपनी न्यूजीलैंड यात्रा के बारे में जानकारी दी थी, जिसमें उन्होंने बताया कि यह यात्रा एफटीए बातचीत को आगे बढ़ाने और व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण रही।
केंद्रीय मंत्री गोयल की पांच दिवसीय न्यूजीलैंड यात्रा भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर चौथे दौर की वार्ता के लिए ऑकलैंड और रोटोरुआ में संपन्न हुई। यात्रा के अंत में, उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच पांच दिनों तक उत्पादक बातचीत हुई।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के हालिया बयान में बताया गया है कि दोनों प्रतिनिधिमंडलों ने वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार, आर्थिक एवं व्यापारिक सहयोग और उत्पत्ति के नियमों सहित प्रमुख क्षेत्रों में विस्तार से चर्चा की।
इसके अतिरिक्त, केंद्रीय मंत्री गोयल न्यूजीलैंड के कृषि, व्यापार और निवेश मंत्री टॉड मैकक्ले के साथ बे ऑफ प्लेंटी में ते पुके कीवी फल के बाग का दौरा करने गए। वहां, उन्होंने भारतीय किसानों से मुलाकात की और कीवी किसानों से बाग की किस्म, गुणवत्ता, खेती के तरीकों और स्थिरता के बारे में जानकारी ली।
केंद्रीय मंत्री गोयल की न्यूजीलैंड यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ते पुइया, रोटोरुआ में उनका पारंपरिक माओरी स्वागत भी रहा। इस स्वागत के बाद, उन्होंने भारतीय संस्कृति में समृद्धि लाने के लिए शुभ मानी जाने वाली पवित्र कामधेनु गाय की एक मूर्ति भी भेंट की। यह दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए एक प्रयास था।