क्या एयर इंडिया के एआई-171 क्रैश में मिली कोई खामी? सीईओ कैंपबेल विल्सन का बयान
सारांश
Key Takeaways
- एआई-171 क्रैश में एयरलाइन के संचालन में कोई खामी नहीं मिली।
- सीईओ कैंपबेल विल्सन ने निष्कर्षों पर प्रकाश डाला।
- दुर्घटना में 241 लोगों की जान गई थी।
- एयर इंडिया ने जांच में पूरा सहयोग दिया है।
- रिपोर्ट में तकनीकी खराबी की संभावना को नकारा नहीं किया गया है।
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने बताया कि एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) द्वारा जारी की गई प्रारंभिक रिपोर्ट में एआई-171 विमान दुर्घटना के दौरान एयरलाइन के संचालन में कोई खामी नहीं पाई गई है।
एविएशन इंडिया 2025 सम्मेलन में अपने विचार साझा करते हुए विल्सन ने कहा कि जुलाई में जारी की गई रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया कि एयर इंडिया की प्रक्रियाओं या विमान के रखरखाव में कोई त्रुटि नहीं थी, जिसके लिए सुधार की आवश्यकता हो।
उन्होंने आगे कहा, "अंतरिम रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि विमान के इंजनों या उनकी कार्यप्रणाली में कोई ऐसी गड़बड़ी नहीं थी, जिसे बदलने की आवश्यकता हो। हम हमेशा इस पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि हम कैसे सुधार करें, बेहतर होते रहें और सीखते रहें।"
एयर इंडिया का विमान एआई-171, 12 जून को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद से लंदन की उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एक कॉलेज की इमारत से टकरा गया, जिससे उसमें सवार 241 लोगों की जान चली गई और केवल एक व्यक्ति ही जीवित बचा।
विल्सन ने पैनल चर्चा के दौरान कहा, "उस दुखद दिन के बाद से भारत में यह हमारी पहली सार्वजनिक बातचीत है।"
उन्होंने कहा, "यह घटना में शामिल सभी व्यक्तियों, उनके परिवारों, कंपनी और हमारे कर्मचारियों के लिए अत्यंत विनाशकारी थी।"
एएआईबी द्वारा 12 जुलाई को जारी की गई प्रारंभिक रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि उड़ान भरने के तुरंत बाद दोनों इंजनों की ईंधन आपूर्ति बंद कर दी गई थी।
दो ईंधन नियंत्रण स्विचों को एक के बाद एक "कटऑफ" स्थिति में ले जाया गया। हालांकि लगभग 10 सेकंड बाद स्विचों को फिर से चालू कर दिया गया, लेकिन तब तक इंजन जल चुके थे, जिससे दुर्घटना हुई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने स्विच क्यों बदले, लेकिन दूसरे ने ऐसा करने से मना कर दिया।
हालांकि रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि किसने क्या कहा, लेकिन एएआईबी ने तकनीकी खराबी से इनकार नहीं किया है।
विल्सन ने कहा कि एयर इंडिया जांचकर्ताओं के साथ पूरी सहयोग कर रही है, हालांकि एयरलाइन आधिकारिक जांच में सीधे तौर पर शामिल नहीं है।