क्या 2025 के पहले 9 महीनों में टॉप शहरों में ऑफिस का किराया 6 प्रतिशत बढ़ा?
सारांश
Key Takeaways
- ऑफिस किराया 6 प्रतिशत बढ़ा है।
- नेट ऑफिस अब्सॉर्प्शन में 34 प्रतिशत की वृद्धि।
- जीसीसी की भूमिका महत्वपूर्ण है।
- बेंगलुरू में सबसे अधिक लीजिंग हुई।
- पुणे में 97 प्रतिशत की वृद्धि।
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के शीर्ष 7 शहरों में कमर्शियल ऑफिस रियल एस्टेट क्षेत्र लगातार प्रगति कर रहा है। रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी एनारॉक की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, ऑफिस के मासिक किराए में सालाना आधार पर 6 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो कि 2024 के पहले 9 महीनों में 85 रुपए प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2025 की समान अवधि में लगभग 90 रुपए प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक चुनौतियों जैसे कि टैरिफ, भू-राजनीतिक तनाव, और आईटी/आईटीईएस क्षेत्र में छंटनी का शीर्ष 7 शहरों में ऑफिस स्पेस की मांग पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा। ऑफिस अब्सॉर्प्शन 2024 के पहले 9 महीनों में 31.31 मिलियन वर्ग फुट से बढ़कर 2025 के पहले 9 महीनों में 42 मिलियन वर्ग फुट हो गया है, जो कि 34 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
वहीं, 2019 की समान अवधि में इन शीर्ष 7 शहरों में नेट अब्सॉर्प्शन 32.26 मिलियन वर्ग फुट था, जो कि 2025 की तुलना में 30 प्रतिशत की वृद्धि को दिखाता है। 2019 एक ऐसा वर्ष था जब ऑफिस की मांग अपने उच्चतम स्तर पर थी।
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि शीर्ष 7 शहरों में ऑफिस स्पेस लीजिंग को बढ़ाने में जीसीसी की भूमिका महत्वपूर्ण बनी हुई है।
उन्होंने आगे बताया, "2025 के पहले 9 महीनों में 58.28 मिलियन वर्ग फुट की ग्रॉस ऑफिस लीजिंग में से 40 प्रतिशत से अधिक 23.34 मिलियन वर्ग फुट केवल जीसीसी ने लीज पर लिया। इसके अलावा, जीसीसी ने बेंगलुरू में सबसे अधिक 8.3 मिलियन वर्ग फुट की ग्रॉस लीजिंग की। इसके बाद पुणे (3.73 मिलियन वर्ग फुट) और चेन्नई (3.57 मिलियन वर्ग फुट) का स्थान रहा।"
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि नेट ऑफिस लीजिंग में पुणे में 97 प्रतिशत की सबसे अधिक वृद्धि हुई है, जो कि 2024 के पहले 9 महीनों में 3.14 मिलियन वर्ग फुट से बढ़कर 2025 के पहले 9 महीनों में लगभग 6.2 मिलियन वर्ग फुट हो गई है। कोलकाता एकमात्र शहर था जहां नेट ऑफिस लीजिंग में 19 प्रतिशत की गिरावट आई।
इसके अलावा, नेट ऑफिस लीजिंग में बेंगलुरू 9.95 मिलियन वर्ग फुट के साथ पहले स्थान पर रहा, इसके बाद दिल्ली-एनसीआर (8.2 मिलियन वर्ग फुट) का स्थान रहा।