क्या 'मेक इन इंडिया' ने इंजीनियरिंग निर्यात में 60 प्रतिशत वृद्धि की है?

Click to start listening
क्या 'मेक इन इंडिया' ने इंजीनियरिंग निर्यात में 60 प्रतिशत वृद्धि की है?

सारांश

क्या 'मेक इन इंडिया' पहल ने भारत के इंजीनियरिंग निर्यात में 60 प्रतिशत की वृद्धि की है? पीयूष गोयल के अनुसार, यह वृद्धि पिछले एक दशक में सरकारी प्रयासों का परिणाम है। जानिए इस सफलता के पीछे की कहानी और भारत के औद्योगिक विकास पर इसका प्रभाव।

Key Takeaways

  • इंजीनियरिंग निर्यात में 60 प्रतिशत की वृद्धि
  • 'मेक इन इंडिया' पहल का सकारात्मक प्रभाव
  • औद्योगिक उत्पादन में 2.7 प्रतिशत की वृद्धि
  • मशीनरी और उपकरणों का उत्पादन 17 प्रतिशत बढ़ा
  • उपभोक्ता मांग में वृद्धि

नई दिल्ली, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को बताया कि 2014 से भारत के इंजीनियरिंग उत्पादों के निर्यात में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

'मेक इन इंडिया' पहल की सफलता को उजागर करते हुए, मंत्री गोयल ने कहा कि इस निर्यात वृद्धि का श्रेय पिछले दशक में सरकार के निरंतर प्रयासों को जाता है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "भारत 2014 से मोदी सरकार के तहत प्रगति कर रहा है! इंजीनियरिंग सामान के निर्यात में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 'मेक इन इंडिया' की मजबूत सफलता को दर्शाता है।"

यह वृद्धि ऐसे समय में हुई है जब भारत का औद्योगिक प्रदर्शन भी लगातार सुधार रहा है।

सांख्यिकी मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2025 में औद्योगिक उत्पादन में सालाना 2.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

भारत की आर्थिक वृद्धि का एक मुख्य स्तंभ, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने अप्रैल में 3.4 प्रतिशत की वृद्धि की, जो मार्च में 3 प्रतिशत की वृद्धि से बेहतर है। इस बढ़ोतरी में बेसिक मेटल, मोटर व्हीकल और मशीनरी जैसे क्षेत्रों का प्रमुख योगदान रहा। अकेले मशीनरी और उपकरणों के निर्माण में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो घरेलू और निर्यात दोनों बाजारों में मजबूत मांग को दर्शाता है।

औद्योगिक और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में उपयोग होने वाले उपकरणों के उत्पादन में 20.3 प्रतिशत की तीव्र वृद्धि देखी गई। यह न केवल उच्च निवेश गतिविधि का संकेत है, बल्कि दीर्घकालिक रोजगार सृजन और आय वृद्धि का भी समर्थन करता है।

उपभोक्ता मांग भी मजबूत बनी हुई है, इलेक्ट्रॉनिक्स और उपकरणों जैसे टिकाऊ सामानों के उत्पादन में 6.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा मिलने से औद्योगिक विकास को बल मिला है।

अप्रैल में इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण वस्तुओं के क्षेत्र में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों पर प्रमुख सरकारी खर्च से प्रेरित थी।

गुणवत्तापूर्ण इंजीनियरिंग उत्पादों के लिए वैश्विक मांग बढ़ने के साथ, भारत के औद्योगिक उत्पादन और निर्यात प्रदर्शन में सुधार को अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।

Point of View

मैं कह सकता हूँ कि 'मेक इन इंडिया' पहल भारत की औद्योगिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण संकेत है। यह न केवल निर्यात में वृद्धि कर रही है, बल्कि रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहित कर रही है।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

क्या 'मेक इन इंडिया' पहल ने वास्तव में इंजीनियरिंग निर्यात में वृद्धि की है?
हाँ, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार, 2014 से इंजीनियरिंग निर्यात में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
भारत के औद्योगिक प्रदर्शन में क्या सुधार हुआ है?
सांख्यिकी मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन में 2.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
कौन से क्षेत्रों ने इस वृद्धि में योगदान किया है?
मशीनरी, बेसिक मेटल और मोटर व्हीकल जैसे क्षेत्रों ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।