क्या गुरु नानक जयंती पर आज भारतीय शेयर बाजार बंद रहेगा?
सारांश
Key Takeaways
- गुरु नानक जयंती पर भारतीय शेयर बाजार बंद रहेगा।
- ट्रेडिंग गतिविधियों में अस्थायी व्यवधान।
- शेयर बाजार गुरुवार से फिर से खुलेगा।
- भारतीय मैक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल्स मजबूत हैं।
- निवेशकों की रणनीति 'बाय ऑन डिप्स' हो सकती है।
मुंबई, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुरु नानक जयंती के अवसर पर आज, बुधवार के कारोबारी दिन, भारतीय शेयर बाजार बंद रहेगा।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, इस अवसर पर आज इक्टिविटी, इक्टिविटी डेरिवेटिव और एसएलबी सेगमेंट में ट्रेडिंग नहीं होगी। इसके साथ ही, करेंसी डेरिवेटिव सेगमेंट और इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्स में भी ट्रेडिंग नहीं होगी।
हालांकि, कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट के संदर्भ में दी गई जानकारी के अनुसार, ट्रेडिंग सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक के मॉर्निंग सेशन में नहीं होगी, लेकिन यह शाम 5 बजे से रात 11:30/11:55 बजे तक के इवनिंग सेशन के लिए खुला रहेगा।
इस सप्ताह के लिए एनएसई और बीएससी पर कारोबार अगले दिन, यानी गुरुवार 6 नवंबर से फिर से शुरू होगा।
मंगलवार के कारोबारी दिन के अंत में, सेंसेक्स और निफ्टी एक बड़ी गिरावट के बाद लाल निशान में बंद हुए थे। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 519.34 अंक या 0.62 प्रतिशत की गिरावट के बाद 83,459.15 स्तर पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 165.70 अंक या 0.64 प्रतिशत की गिरावट के बाद 25,597.65 स्तर पर बंद हुआ।
निफ्टी बैंक 250.20 अंक या 0.41 प्रतिशत की गिरावट के बाद 57,827.05 स्तर पर बंद हुआ।
इसके अलावा, निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 250.20 अंक या 0.42 प्रतिशत की गिरावट के बाद 60,037.20 स्तर पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 152.50 अंक या 0.82 प्रतिशत की गिरावट के बाद 18,360.90 स्तर पर बंद हुआ।
सेक्टोरल आधार पर, निफ्टी ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल और रियल्टी सभी इंडेक्स नुकसान में लाल निशान पर बंद हुए।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत के मैक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल्स मजबूत बने हुए हैं, जो लगातार आर्थिक गति का संकेत देते हैं।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, "भारत के मैक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल्स मजबूत हैं, जिसमें मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई और बेहतरीन जीएसटी कलेक्शन शामिल हैं। यह लगातार आर्थिक गति को दर्शाता है और आने वाली तिमाहियों में कमाई में बढ़ोतरी को समर्थन देगा। हमें उम्मीद है कि निवेशक आगे चलकर ट्रेंड में सुधार की उम्मीद में 'बाय ऑन डिप्स' की रणनीति अपनाते रहेंगे।"