क्या आईआरएफ ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के साथ साझेदारी का प्रस्ताव दिया?

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क्या आईआरएफ ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के साथ साझेदारी का प्रस्ताव दिया?

सारांश

जेनेवा स्थित इंटरनेशनल रोड फेडरेशन (आईआरएफ) ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) के साथ मिलकर भारत में सड़क सुरक्षा ऑडिट सर्टिफिकेशन को बेहतर बनाने का प्रस्ताव रखा है। इस पहल का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना और सड़क सुरक्षा मानकों को ऊंचा उठाना है।

Key Takeaways

  • रोड सेफ्टी ऑडिट का महत्व बढ़ेगा।
  • सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार होगा।
  • दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग से क्षमता निर्माण होगा।
  • जागरूकता बढ़ेगी।

नई दिल्ली, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जेनेवा में स्थित इंटरनेशनल रोड फेडरेशन (आईआरएफ) ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) के साथ सहयोग की पेशकश की है। सोमवार को की गई घोषणा के अनुसार, इस साझेदारी का उद्देश्य भारत में रोड सेफ्टी ऑडिट सर्टिफिकेशन के राष्ट्रीय ढांचे को और बेहतर बनाना है।

यह वैश्विक सड़क सुरक्षा संस्था पूरे विश्व में सुरक्षित और बेहतर सड़कों के लिए प्रयासरत है। आईआरएफ ने अपने आईआरएफ इंडिया चैप्टर के सहयोग से अक्टूबर में मंत्रालय को एक पत्र भेजकर रोड सेफ्टी ऑडिटिंग में पेशेवर मानक को सुधारने की मांग की।

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों की संख्या 1.73 लाख से अधिक रही, जबकि घायलों की संख्या 4.47 लाख तक पहुंच गई। इनमें से लगभग 46 प्रतिशत पीड़ित दो पहिया वाहनों का उपयोग कर रहे थे।

आईआरएफ के अध्यक्ष (एमेरिटस) और आईआरएफ-आईसी के संस्थापक अध्यक्ष केके कपिला ने सड़क सुरक्षा ऑडिटर्स के उच्च-कुशल कैडर की तैयारी की आवश्यकता पर जोर दिया।

मंत्रालय को भेजे गए पत्र में उन्होंने क्षमता निर्माण के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया, यह कहते हुए कि सड़क दुर्घटनाओं के कारण हर वर्ष हजारों लोग अपनी जान गंवाते हैं, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान होता है।

आईआरएफ का अंतरराष्ट्रीय रजिस्ट्रेशन कार्यक्रम विश्वभर में योग्य रोड सेफ्टी ऑडिटर्स को विकसित करने, मान्यता देने और प्रमाणित करने के लिए एक पहल है, जो इस प्रस्ताव का आधार है।

रोड सेफ्टी ऑडिटिंग के लिए एक एकीकृत वैश्विक मानक तैयार करते हुए यह कार्यक्रम पहले ही यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, तंजानिया, तुर्किये और भारत सहित विभिन्न देशों में सफलतापूर्वक लागू किया जा चुका है।

इस कार्यक्रम का शुभारंभ भारत में इस वर्ष अक्टूबर में किया गया, जिसे नई दिल्ली में एनएचएआई और मुंबई में एमएसआरडीसी द्वारा समर्थन प्राप्त है।

40 से अधिक इंजीनियरों ने अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के आधार पर गहन थ्योरिटिकल और प्रैक्टिकल असेसमेंट किया और उन्हें सर्टिफिकेशन ऑफ कॉम्पेटेंस प्रदान किया गया।

आईआरएफ-आईसी ने जोर दिया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के साथ औपचारिक सहयोग से देशभर में रोड सेफ्टी ऑडिट की गुणवत्ता और निरंतरता में महत्वपूर्ण सुधार होगा।

Point of View

बल्कि एक सुरक्षित परिवहन प्रणाली भी सुनिश्चित कर सकते हैं। यह कदम निस्संदेह भारत की सुरक्षा और विकास के लिए एक सकारात्मक दिशा में अग्रसर होगा।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

आईआरएफ का क्या उद्देश्य है?
आईआरएफ का उद्देश्य विश्वभर में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और बेहतर सड़क परिवहन प्रणाली विकसित करना है।
क्या सड़क सुरक्षा ऑडिट सर्टिफिकेशन जरूरी है?
हां, सड़क सुरक्षा ऑडिट सर्टिफिकेशन सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और सुरक्षा मानकों को ऊंचा उठाने में मदद करता है।
इस पहल से किस प्रकार का लाभ मिलेगा?
इस पहल से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी, जिससे लोगों की जानें बचेंगी और आर्थिक नुकसान भी घटेगा।
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