क्या भारतीय एनबीएफसी कंपनियों की एजुकेशन लोन एयूएम वित्त वर्ष 26 में 25 प्रतिशत बढ़ेगी?: रिपोर्ट

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क्या भारतीय एनबीएफसी कंपनियों की एजुकेशन लोन एयूएम वित्त वर्ष 26 में 25 प्रतिशत बढ़ेगी?: रिपोर्ट

सारांश

क्या भारतीय एनबीएफसी के एजुकेशन लोन एयूएम में 25 प्रतिशत की वृद्धि होगी? जानें इस रिपोर्ट में। पिछले कुछ वर्षों में 50 प्रतिशत की वृद्धि के बावजूद, वित्त वर्ष 26 में कमी का अनुमान है। एनबीएफसी नए क्षेत्रों और उत्पादों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

Key Takeaways

  • एनबीएफसी का एजुकेशन लोन एयूएम पिछले वर्ष में 48 प्रतिशत बढ़ा।
  • वित्त वर्ष 26 में वृद्धि घटकर 25 प्रतिशत रहने का अनुमान।
  • नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार की आवश्यकता।
  • यूके, जर्मनी और आयरलैंड में लोन वितरण दोगुना।
  • गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

नई दिल्ली, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के लिए एजुकेशन लोन पोर्टफोलियो सबसे तेजी से बढ़ने वाला परिसंपत्ति वर्ग रहा है, जिसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) में पिछले कुछ वर्षों में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है। यह जानकारी बुधवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई है।

क्रिसिल रेटिंग्स की रिपोर्ट में बताया गया कि वित्त वर्ष 26 में यह वृद्धि घटकर 25 प्रतिशत रह जाने का अनुमान है और एयूएम 80,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है।

वृद्धि में कमी की रफ्तार को कम करने के लिए एनबीएफसी नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार कर रही हैं और उत्पादों में विविधता ला रही हैं।

रेटिंग एजेंसी ने बताया कि भारतीय एनबीएफसी का एजुकेशन लोन एयूएम पिछले वित्त वर्ष में 48 प्रतिशत बढ़कर 64,000 करोड़ रुपए हो गया था। वहीं, वित्त वर्ष 24 में इसमें 77 प्रतिशत का इजाफा हुआ था।

क्रिसिल रेटिंग्स की निदेशक मालविका भोटिका ने कहा, "अमेरिका में नीतिगत अनिश्चितताओं, वीजा अपॉइंटमेंट में कमी और वैकल्पिक व्यावहारिक प्रशिक्षण मानदंडों को समाप्त करने के प्रस्ताव जैसे उपायों के कारण नए लोन की मांग में कमी आई है। इसके कारण पिछले वित्त वर्ष में इस भौगोलिक में कुल लोन वितरण में 30 प्रतिशत की गिरावट आई है।"

इसके अतिरिक्त रिपोर्ट में बताया गया कि दूसरे सबसे बड़े बाजार, कनाडा से जुड़े भुगतानों में भी गिरावट आई क्योंकि छात्र वीजा नियम सख्त हो गए, जिनमें उपलब्ध धनराशि के प्रमाण के जरिए वित्तीय जरूरतें बढ़ाना और परमिट की सीमा तय करना शामिल है।

भोटिका ने बताया, "इन सभी कारणों के चलते वित्त वर्ष 2025 में कुल एजुकेशन लोन वितरण में केवल 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि वित्त वर्ष 2024 में यह 50 प्रतिशत था।"

इन चुनौतियों का सामना करने के लिए, एनबीएफसी ने अन्य भौगोलिक क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है।

यूके, जर्मनी, आयरलैंड और छोटे देशों में शिक्षा से जुड़े लोन वितरण पिछले वित्त वर्ष में दोगुने हो गए हैं क्योंकि ये क्षेत्र छात्रों के सामने नए वैकल्पिक गंतव्यों के रूप में उभरे हैं।

कुल लोन वितरण में ऐसे भौगोलिक क्षेत्रों की हिस्सेदारी एक साल पहले के 25 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 में लगभग 50 प्रतिशत हो गई है।

Point of View

भारतीय एनबीएफसी का शिक्षा लोन एयूएम पिछले वर्ष में तेजी से बढ़ा, लेकिन आने वाले वित्तीय वर्ष में इसमें कमी का अनुमान है। यह संकेत देता है कि कंपनियों को नए भौगोलिक क्षेत्रों में विस्तार करने और उत्पादों में विविधता लाने की आवश्यकता है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

एनबीएफसी क्या होती हैं?
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) वित्तीय सेवाएं प्रदान करने वाली संस्थाएं हैं, जो बैंकों की तरह काम करती हैं लेकिन बैंकों के अधिकार क्षेत्र में नहीं आतीं।
एजुकेशन लोन एयूएम क्या है?
एजुकेशन लोन एयूएम का मतलब 'प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों' से है, जो शिक्षा के लिए दिए गए लोन की कुल राशि को दर्शाता है।
फायदे और नुकसान क्या हैं?
एनबीएफसी द्वारा दिए गए एजुकेशन लोन के फायदे में त्वरित प्रोसेसिंग और लचीले भुगतान विकल्प शामिल हैं, जबकि नुकसान में उच्च ब्याज दरें हो सकती हैं।
कौन से क्षेत्र में लोन वितरण बढ़ रहा है?
यूके, जर्मनी, आयरलैंड और छोटे देशों में शिक्षा से जुड़े लोन वितरण पिछले वित्त वर्ष में दोगुने हो गए हैं।
क्या एजुकेशन लोन लेने का समय सही है?
यह निर्भर करता है। अगर आप उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं, तो सही समय हो सकता है, लेकिन बाजार की स्थिति का ध्यान रखना आवश्यक है।